प्रतिद्वंद्वी और पितृदोष

Webdunia
NDND
ताजी सिंकती रोटियों की खुशबू नथुनों में भरकर वह उस काले कुत्ते से रश्क कर रहे थे। किसी के कहने से काले कुत्ते के लिए प्रतिदिन रोटी रखी जाने लगी। जब वह दरवाजे पर आता, खिला देते।

धीरे-धीरे वह काला कुत्ता रोटी की सुगंध उठते ही दरवाजे के बाहर नमूदार हो जाने लगा। 'हाँ-हाँ' सबसे पहले तुझे ही देना होगा।' कुछ ताने, कुछ लाड़ से बहू उसके सामने रोटी डाल देती।

उनकी बहुत इच्छा होती कि तवे से उतरकर आग पर सिंकी कुरकुरी रोटी सीधे उनकी थाली में आ जाए। बहू पूरे जतन से साढ़े नौ बजे के
NDND
पहले उनका पूरा खाना हॉटकेस में पैक कर टेबल पर रख जाती। बहू को परिवार के हर सदस्य की तैयारी के साथ स्वयं के भी समय से दफ्तर पहुँचने की तैयारी करनी पड़ती है।

जब उनकी पत्नी जीवित थी तब बना हुआ खाना गर्म कर देती थी बस। इससे अधिक वह भी कुछ न कर पाती। समय की नजाकत को देखकर वह मन मारकर चुप रहते। पर जब से यह काला कुत्ता पितृदोष से परिवार को बचाने आने लगा है, उन्हें वह अपना प्रतिद्वंद्वी लगने लगा है।

Show comments

वर्ल्ड म्यूजिक डे 2025 : संगीत का साथ मेंटल हेल्थ के लिए इन 7 तरीकों से है फायदेमंद

21 जून योग दिवस 2025: सूर्य नमस्कार करने की 12 स्टेप और 12 फायदे

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: 30 की उम्र तक हर महिला को शुरू कर देना चाहिए ये 5 योग अभ्यास

21 जून: अंतरराष्ट्रीय योग एवं संगीत दिवस, जानें इसकी 3 खास बातें

क्यों पुंगनूर गाय पालना पसंद कर रहे हैं लोग? जानिए वैदिक काल की इस अद्भुत गाय की विशेषताएं

थायराइड के लिए सबसे असरदार हैं ये 3 योगासन, जानिए कैसे करें

हर यंगस्टर को रोज करना चाहिए ये 5 योगासन

भारत के किस राज्य में कितनी है मुसलमानों की हिस्सेदारी, जानिए सबसे ज्यादा और सबसे कम मुस्लिम आबादी वाले राज्य

पीसफुल लाइफ जीना चाहते हैं तो दिमाग को शांत रखने से करें शुरुआत, रोज अपनाएं ये 6 सबसे इजी आदतें

योग दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है, जानें कारण और इसका महत्व