मार्गशीर्ष अमावस्या पर क्या करें और क्या नहीं

Webdunia
मंगलवार, 22 नवंबर 2022 (16:36 IST)
Margashirsha amavasya 2022: मार्गशीर्ष माह को अगहन मास भी कहते हैं। इस माह में कृष्ण पक्ष अमावस्या के दिन का बहुत महत्व रहता है। अंग्रेंजी कैंलेंडर के अनुसार इस बार यह अमावस्या 23 नवंबर 2022 बुधवार को रहेगी। आओ जानते हैं कि इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
 
अमावस्या प्रारंभ : 23 नवंबर सुबह 06:53 से प्रारंभ।
अमावस्या समाप्त : अगले दिन 24 नवंबर सुबह 04:26 पर समाप्त।
 
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन क्या करें :
1. इस दिन पितरों की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान, स्नान एवं दान करें। 
2. इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करना बहुत ही शुभ माना गया है।
3. इस दिन व्रत रखकर किसी पवित्र तालाब, कुंड या नदी में स्नान करने का महत्व भी है।
4. इस दिन सूर्य को अर्घ्य भी देने का महत्व है।
5. इस दिन स्नान के बाद बहती हुई नदी में जल में तिल प्रवाहित करें और गायत्री मंत्र का पाठ करें।
6. इस दिन सत्यनारायण भगवान की कथा रखना या करना और साथ ही उनका पूजन करना बहुत ही शुभ होता है। 
7. मार्गशीर्ष अमावस्या का व्रत रखने से सभी तरह के संकटों का अंत होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन क्या न करें:
1. इस दिन दिन में शयन न करें।
2. इस दिन किसी भी प्रकार का नशा न करें।
3. इस दिन किसी भी प्रकार का तामसिक भोजन न करें।
4. इस दिन वाणी पर नियंत्रण रखें और किसी को भी अपशब्द न कहें।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

क्या कर्मों का फल इसी जन्म में मिलता है या अगले जन्म में?

वैशाख अमावस्या का पौराणिक महत्व क्या है?

शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि में होंगे वक्री, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया से शुरू होंगे इन 4 राशियों के शुभ दिन, चमक जाएगा भाग्य

Lok Sabha Elections 2024: चुनाव में वोट देकर सुधारें अपने ग्रह नक्षत्रों को, जानें मतदान देने का तरीका

धरती पर कब आएगा सौर तूफान, हो सकते हैं 10 बड़े भयानक नुकसान

घर के पूजा घर में सुबह और शाम को कितने बजे तक दीया जलाना चाहिए?

Astrology : एक पर एक पैर चढ़ा कर बैठना चाहिए या नहीं?

100 साल के बाद शश और गजकेसरी योग, 3 राशियों के लिए राजयोग की शुरुआत

Varuthini ekadashi 2024: वरुथिनी व्रत का क्या होता है अर्थ और क्या है महत्व

अगला लेख