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आज के शुभ मुहूर्त

(रुक्मिणी अष्टमी)
  • तिथि- पौष कृष्ण अष्टमी
  • शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
  • व्रत/मुहूर्त-रुक्मिणी अष्टमी, किसान दिवस
  • राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
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खरमास : इस माह क्या करें और क्या नहीं, जानिए 20 नियम

हमें फॉलो करें खरमास : इस माह क्या करें और क्या नहीं, जानिए 20 नियम
16 दिसंबर 2021 से खरमास (Khar Maas 2021) शुरू हो गया है। यह माह हिन्दू धर्म और ज्योतिष में बहुत महत्व रखता है, क्योंकि किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करने से पहले शुभ समय या मुहूर्त जरूर देखा जाता हैं। साथ ही सूर्य के चाल भी देखते हैं, क्योंकि सूर्य जब धनु और मीन राशि में आते हैं तब खरमास लग जाता है। अत: शुभ कार्यों को करने की मनाही है। 
 
यहां जानिए खरमास से संबंधित 20 खास नियम, जिनका पालन करना है आवश्यक- 
 
1. खरमास 16 दिसंबर 2021 से 14 जनवरी 2022 तक जारी रहेगा। अत: इस समय में सगाई, शादी, वधु प्रवेश, गृह प्रवेश, घर निर्माण, नया व्यापार का आरंभ तथा किसी भी तरह का कोई भी मांगलिक कार्य ना करें।
 
2. खरमास में पूरे महीने में सूर्योदय से पहले उठकर स्नानादि करके प्रतिदिन चढ़ते सूरज को अर्घ्य अर्पित करें, यह सेहत, समृद्धि के लिए लाभदायी रहेगा और ऐसा करने से शुभ फल भी मिलेगा। 
 
3. इस महीने भगवान श्री कृष्ण के प्रसन्न करने के लिए गौशाला जाकर गौमाता को गुड़, हरा चना खिलाएं और उनका पूजन करें। 
 
4. यदि गौशाला जाना प्रतिदिन संभव ना हो तो घर में गाय की मूर्ति या तस्वीर लगाकर उसका पूजन करें। 
 
5. खरमास के महीने में आप जितने असहाय और गरीबों की मदद करेंगे उतना लाभ मिलेगा, क्योंकि खरमास ही एक ऐसा महीना है जिसमें दान और पुण्य करने का सबसे अधिक फल मिलता है। Khar Maas 16 December 2021
 
6. प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर श्री विष्णु का केसर मिले दूध से अभिषेक करें और कम से कम 11 बार विष्णु मंत्र- 'ॐ नमो 
 
भगवते वासुदेवाय नमः' का तुलसी की माला से जाप करें। 
 
7. खरमास को मलमास भी कहा जाता है। इस माह आने वाली सभी एकादशियों का व्रत-उपवास करके भगवान श्री विष्णु का पूजन करें और उन्हें तुलसी के पत्तों के साथ खीर का भोग लगाएं। 
 
10. हिन्दू धर्म में इस महीने को शुभ नहीं माना जाता है। अत: हिन्दू धर्म के विशिष्ट व्यक्तिगत संस्कार भी निषेध हैं, जैसे नामकरण, यज्ञोपवीत, शुभ विवाह और कोई भी धार्मिक संस्कार नहीं करें। 
 
11. जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में हो उन्हें सूर्यदेव का पूजन, अर्घ्य, उपासना आदि इस माह अवश्य करना चाहिए।
 
12. इस माहपर्यंत श्री विष्णु का पूजन करके तीर्थस्थान पर जाकर स्नान-दान करने का भी विशेष महत्व है।
 
13. इस महीने नई वस्तुएं, नया घर, प्लॉट, घर अथवा कार या इलेक्ट्रॉनिक सामान की खरीदारी नहीं करनी चाहिए। 
 
14. नौकरी अथवा कार्यक्षेत्र में उन्नति के लिए खरमास की नवमी तिथि को छोटी कन्याओं को भोजन करवाएं, यह पुण्य फलदायी कार्य होगा। 
 
15. इस माह में बुरे अथवा कुविचारों को त्यागें, बुरी आदतें और नशे की लत हो तो छोड़ दें, दुराचार आदि का भी त्याग करके धार्मिक कार्यों में मन लगाएं।  
 
16. इस महीने में प्रतिदिन सूर्यदेव की उपासना करके आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें। 
 
17. इस माह सायंकाल के समय सूर्यदेव की आराधना करने से जहां जीवनपर्यंत भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है, वहीं अन्न, जल आदि किसी भी वस्तु की जीवन में कमी नहीं रहती। 
 
18. kharmas Special यश-कीर्ति की चाह रखने वालों को, उत्तम स्वास्थ्य, शिक्षा, संतान और करियर में सफलता के लिए प्रतिदिन प्रात:काल में उग रहे लाल सूर्यदेव को अर्घ्य दें। 
 
19. इस महीने अपने इष्टदेव की पूजा-अर्चना और सेवा करने तथा दान-पुण्य देने से पुण्य का संचय होता है।
 
20. खरमास में पीपल वृक्ष का पूजन करना शुभ फलदायी माना जाता है, क्योंकि पीपल में भगवान श्री विष्णु का वास माना जाता है। 

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