How World War Happen: हाल के समय में दुनिया में जिस तरह राजनैतिक तनाव बढ़ रहा है उससे विश्व युद्द की चर्चा को बल दिया है और हर तरफ यही चिंता है कि यह विध्वंस ना हो लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि 'विश्व युद्ध' शब्द का क्या अर्थ है और यह कैसे होता है? सवाल यह भी है कि क्या दुनिया का हर देश इसमें शामिल होता है? आइए आज हम इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जानते हैं, साथ ही प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल प्रमुख देशों पर भी नज़र डालते हैं।
कैसे होता है विश्व युद्ध?
विश्व युद्ध कोई अचानक होने वाली घटना नहीं है। यह अक्सर कई वर्षों के तनाव, राजनीतिक खींचतान, आर्थिक प्रतिस्पर्धा और वैचारिक मतभेदों का परिणाम होता है। इसकी शुरुआत आमतौर पर किसी एक बड़े संघर्ष या घटना से होती है जो कई देशों को सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती है।
इसके पीछे कई कारक काम करते हैं:
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गठबंधन और संधियाँ: विभिन्न देश अपनी सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए आपस में गठबंधन बना लेते हैं। जब एक देश पर हमला होता है, तो उसके सहयोगी देश भी युद्ध में शामिल हो जाते हैं, जिससे संघर्ष का दायरा बढ़ जाता है।
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साम्राज्यवादी महत्वाकांक्षाएँ: शक्तिशाली देश अक्सर दूसरे देशों पर कब्ज़ा करने या अपने प्रभाव क्षेत्र का विस्तार करने की कोशिश करते हैं, जिससे अंतर्राष्ट्रीय तनाव बढ़ता है।
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आर्थिक प्रतिस्पर्धा: संसाधनों, व्यापार मार्गों और बाज़ारों पर नियंत्रण के लिए देशों के बीच होड़ भी युद्ध का कारण बन सकती है।
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राष्ट्रवाद और जातीय संघर्ष: अत्यधिक राष्ट्रवाद या विभिन्न जातीय समूहों के बीच तनाव भी बड़े पैमाने पर संघर्ष को जन्म दे सकता है।
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सैन्यीकरण: जब देश अपनी सेनाओं को लगातार मजबूत करते हैं और हथियारों का जमावड़ा करते हैं, तो युद्ध का खतरा बढ़ जाता है।
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कूटनीति की विफलता: जब देशों के बीच बातचीत और शांतिपूर्ण समाधान के प्रयास विफल हो जाते हैं, तो युद्ध अंतिम विकल्प बन जाता है।
एक छोटे से क्षेत्रीय विवाद से शुरू होकर, यह संघर्ष धीरे-धीरे वैश्विक रूप ले लेता है, जिसमें दुनिया के कई प्रमुख देश शामिल हो जाते हैं।
क्या दुनिया का हर देश लेता है हिस्सा?
नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है कि दुनिया का हर देश विश्व युद्ध में हिस्सा लेता है। हालांकि, 'विश्व युद्ध' नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसमें दुनिया के कई महाद्वीपों के प्रमुख और प्रभावशाली देश शामिल होते हैं। ये देश अक्सर अपनी सैन्य, आर्थिक और राजनीतिक शक्ति के कारण वैश्विक घटनाओं पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। कुछ देश तटस्थ रहते हैं और किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं करते, जबकि कुछ देश युद्ध से सीधे प्रभावित होने के बावजूद सीधे तौर पर सैन्य कार्रवाई में शामिल नहीं होते। हालांकि, युद्ध के आर्थिक और सामाजिक परिणाम दुनिया के लगभग हर देश पर पड़ते हैं।
प्रथम विश्व युद्ध में कौन से देश शामिल (1914-1918)?
प्रथम विश्व युद्ध, जिसे 'महान युद्ध' के नाम से भी जाना जाता है, 1914 से 1918 तक चला। इसमें मुख्य रूप से दो बड़े गुट शामिल थे:
मित्र राष्ट्र (Allies):
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ग्रेट ब्रिटेन (और उसके साम्राज्य, जैसे भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा)
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फ्रांस
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रूस (1917 की क्रांति तक)
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इटली (1915 से)
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संयुक्त राज्य अमेरिका (1917 से)
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जापान
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बेल्जियम, सर्बिया, रोमानिया, ग्रीस और अन्य छोटे देश
केंद्रीय शक्तियाँ (Central Powers):
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जर्मनी
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ऑस्ट्रिया-हंगरी
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ओटोमन साम्राज्य (तुर्की)
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बुल्गारिया (1915 से)
द्वितीय विश्व युद्ध में कौन से देश शामिल (1939-1945)?
द्वितीय विश्व युद्ध, जो 1939 से 1945 तक चला, प्रथम विश्व युद्ध से भी अधिक विनाशकारी साबित हुआ। इसमें भी दो प्रमुख गुट थे:
मित्र राष्ट्र (Allies):
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ग्रेट ब्रिटेन
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संयुक्त राज्य अमेरिका
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सोवियत संघ (रूस)
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चीन
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फ्रांस (कब्जे के बाद भी अपनी निर्वासित सरकार के साथ लड़ा)
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कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, भारत (ब्रिटिश साम्राज्य के हिस्से के रूप में), और कई अन्य यूरोपीय और एशियाई देश।
धुरी शक्तियाँ (Axis Powers):
इन दोनों विश्व युद्धों ने दुनिया का नक्शा बदल दिया, लाखों लोगों की जान ली और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को हमेशा के लिए प्रभावित किया। इनसे सबक लेते हुए संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं का गठन किया गया ताकि भविष्य में ऐसे विनाशकारी संघर्षों को रोका जा सके।