उज्जैन महाकाल की सवारी का रोचक इतिहास

WD Feature Desk
गुरुवार, 29 फ़रवरी 2024 (12:14 IST)
Ujjain mahakal sawari ki kanai itihas: हिंदू पंचांग के अनुसार प्रतिवर्ष श्रावण मास और भाद्रपद माह में सोमवार के दिन महाकाल की नगरी उज्जैन में बाबा महाकालेश्वर की सवारी निकलती है। कभी 8 सवारी होती है तो कभी 10 सवारी निकलती है। इसे पाल्की भी कहते हैं। इस दौरान महाकाल बाबा नगर भ्रमण करते हैं। देश विदेश से सवारी में शामिल होने के आओ जानते हैं सवारी निकाले जाने का इतिहास।
 
महाकाल सवारी का इतिहास | History of mahakal ride : वैसे तो सम्राट विक्रमादित्य के काल से ही महाकाल बाबा के नगर भ्रमण की परंपरा होने की मान्यता है परंतु कहते हैं कि श्रावण मास में इन सवारी निकालने की परंपरा सिंधिया वंश के राजाओं से प्रारंभ हुई। तब महाराष्ट्रीयन पंचाग के अनुसार 2 या 3 सवारी ही निकलती थी। विशेषकर अमावस्या के बाद ही यह निकलती थी।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

सावन मास में कितने और कब कब प्रदोष के व्रत रहेंगे, जानिए महत्व और 3 फायदे

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर, 3 राशियों के लिए होगी धन की वर्षा

देवशयनी एकादशी पर करें इस तरह से माता तुलसी की पूजा, मिलेगा आशीर्वाद

sawan somwar 2025: सावन सोमवार के व्रत के दौरान 18 चीजें खा सकते हैं?

एक्सीडेंट और दुर्घटनाओं से बचा सकता है ये चमत्कारी मंत्र, हर रोज घर से निकलने से पहले करें सिर्फ 11 बार जाप

सभी देखें

धर्म संसार

कैलाश मानसरोवर भारत का हिस्सा क्यों नहीं है? जानिए कब और कैसे हुआ भारत से अलग?

03 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

03 जुलाई 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

देवशयनी एकादशी की पूजा, उपाय, व्रत का तरीका, मंत्र और महत्व

नागपंचमी का त्योहार कब मनाया जाएगा, पूजा का शुभ मुहूर्त जानिए

अगला लेख