Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

ये हैं होली के 5 सबसे नेगेटिव कलर्स, जानें क्यों है अशुभ

भूलकर भी नहीं मनाएं इन 5 रंगों से होली, खुशियों की जगह दुर्भाग्य आएगा घर

Advertiesment
हमें फॉलो करें ये हैं होली के 5 सबसे नेगेटिव कलर्स, जानें क्यों है अशुभ

WD Feature Desk

, बुधवार, 12 मार्च 2025 (16:47 IST)
5 negative colors of holi: होली का त्योहार खुशियों, रंगों और उमंग से भरा होता है। चारों ओर रंग-बिरंगे चेहरे, नाच-गाने और मौज-मस्ती का माहौल होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर रंग का अपना एक विशेष महत्व और ऊर्जा होती है? कुछ रंग ऐसे भी होते हैं जो नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माने जाते हैं। अगर इन रंगों का उपयोग होली में किया जाए तो ये घर में दुर्भाग्य और नकारात्मकता ला सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे 5 सबसे नेगेटिव कलर्स के बारे में, जिन्हें होली में इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
 
1. काला रंग: काला रंग हमारे समाज में अंधकार का प्रतीक माना जाता है। यह रंग नेगेटिविटी और उदासी का प्रतीक होता है। होली जैसे खुशहाल पर्व में इस रंग का उपयोग करना अपशगुन माना जाता है। कई ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, काले रंग से होली खेलने से घर में नेगेटिव एनर्जी आती है और परिवार के लोगों के बीच क्लेश बढ़ सकता है। इसलिए होली पर इस रंग का प्रयोग करने से बचें। 
 
2. भूरा (ब्राउन) रंग: भूरा रंग मिट्टी और धूल का प्रतीक होता है। यह रंग नीरसता और जीवन में ठहराव का प्रतीक माना जाता है। होली के हंसी-खुशी भरे माहौल में भूरा रंग उपयोग करना उत्सव के उल्लास को कम कर देता है। वास्तु के अनुसार, भूरा रंग नकारात्मक सोच को बढ़ावा देता है और जीवन में रुकावटें पैदा कर सकता है। इसलिए होली के दौरान इस रंग से दूरी बनाए रखना ही बेहतर है।
 
3. धूसर (ग्रे) रंग: ग्रे कलर का यूज ज्यादातर गम और उदासी को दर्शाने के लिए किया जाता है। यह रंग न तो पूरी तरह काला है और न ही सफेद, बल्कि दोनों का मिश्रण है। होली के उल्लास और उमंग में इस रंग का प्रयोग करना नकारात्मकता और विचारों में उलझन ला सकता है। ग्रे रंग का प्रभाव मेंटल स्ट्रेस और चिंता बढ़ाने वाला होता है।
 
4. गहरा नीला रंग: गहरे नीले रंग को अवसाद और भावनात्मक ठहराव का प्रतीक माना जाता है। यह रंग मानसिक शांति के बजाय उदासी और चिंता का कारण बन सकता है। होली में रंगों का उद्देश्य खुशियों और जोश का संचार करना है, लेकिन गहरा नीला रंग इसके विपरीत काम करता है। यदि इस रंग का उपयोग किया जाए, तो यह आपके उत्साह को कम कर सकता है। 
 
5. गहरा लाल रंग: लाल रंग ऊर्जा और जोश का प्रतीक है, लेकिन गहरे लाल रंग का अर्थ अग्रेशन और क्रोध से भी जुड़ा है। होली पर इस रंग का ज्यादा उपयोग परिवार और दोस्तों के बीच विवाद और अनबन का कारण बन सकता है। लाल रंग से होली खेलने से नकारात्मक भावनाओं का संचार होता है और लोगों के मन में अशांति पैदा हो सकती है। इसलिए गहरे लाल रंग का संतुलित उपयोग करें या इससे बचें। 


अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

होलिका दहन के समय चारों तरफ रंगोली क्यों बनाई जाती है?