2021 में शिवरात्रि, होली, होलिका दहन और रंगपंचमी कब है?

अनिरुद्ध जोशी
फागुन मास हिंदू पंचाग व कैलेंडर का आंतिम महीना होता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह महीना फरवरी-मार्च में पड़ता है परंतु इस बार संपूर्ण मार्च में ही रहेगा। इस वर्ष यह मास 28 फरवरी 2021 से लेकर 28 मार्च 2021 तक रहेगा। यह समय बसंत ऋतु का समय होता है। फाल्गुन मास या कहें कि मार्च माह 2021 में 2 बड़े ही खास त्योहार आते हैं- पहला महाशिवरात्रि और दूसरा होली।
 
1. महाशिवरात्रि ( holi and shivratri in 2021) 11 मार्च 2021 फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी गुरुवार को महाशिवरात्रि है जिसे मासिक शिवरात्रि भी कहते हैं। इसी दिन हरिद्वार कुंभ में प्रथम शाही स्नान भी होगा। महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्त : निशीथ काल पूजा मुहूर्त 11 मार्च : 24:06:41 से 24:55:14 तक रहेगा। महाशिवरात्री पारणा मुहूर्त :06:36:06 से 15:04:32 तक 12, मार्च को रहेगा।
2. तारीख 21 मार्च रविवार से होलाष्टक प्रारंभ होगा। इसी दिन अधिकतर जगहों पर होली का डंडा गाड़ा जाता है। इसी दिन ओशो रजनीश का संबोधि दिवस भी है। फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से फाल्गुन पूर्णिमा तक होलाष्टक माना जाता है, जिसमें शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। पूर्णिमा के दिन होलिका-दहन किया जाता है।

3. 28 मार्च रविवार के दिन होलिका दहन होगा और दूसरे दिन 29 मार्च 2021 होलाष्टक समाप्त होगा। होलिका दहन के समय फाल्गुन मास की पूर्णिमा होगी। यह इस माह का अंतिम दिन होगा और इसके बाद चैत्र मास लगेगा।
3. होलिका दहन के बाद 29 मार्च 2021 सोमवार चैत्र कृष्ण एकम (प्रतिपदा) को होली और धुलेंड़ी का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन कई जगहों पर रंग खेला जाता है। इसे वसंतोत्सव भी कहते हैं।
4. होली के बाद 2 अप्रैल 2021 चैत्र कृष्‍ण पंचमी को रंगपंचमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन सारे देश में रंगों की धूम होगी। इसी दिन गुड फ्रायडे भी है। 
5. होलिका दहन ( holi and shivratri in 2021) 28 मार्च 2021 मुहूर्त :18:36:38 से 20:56:23 तक है। 29 मार्च को खेली जाएगी। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Falgun month: फाल्गुन मास के व्रत त्योहारों की लिस्ट

हवन द्वारा कैसे कर सकते हैं भाग्य परिवर्तन? जानिए किस हवन से होगा क्या फायदा

क्यों चित्रकूट को माना जाता है तीर्थों का तीर्थ, जानिए क्यों कहलाता है श्री राम की तपोभूमि

मीन राशि पर सूर्य, शनि, राहु की युति: क्या देश दुनिया के लिए खतरे का है संकेत?

महाकुंभ से लौटने के बाद क्यों सीधे जाना चाहिए घर, तुरंत ना जाएं इन जगहों पर

सभी देखें

धर्म संसार

महाकुंभ में महाशिवरात्रि के अंतिम अमृत स्नान में बन रहे हैं 5 शुभ योग, करें 5 कार्य, स्नान का मिलेगा दोगुना पुण्य

विजया एकादशी कब है, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और व्रत का फल

कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं शनि, इन 5 राशि वाले जातकों की बढ़ेंगी मुश्किलें

क्या होगा अरविंद केजरीवाल का राजनैतिक भविष्य? क्या कहते हैं उनकी कुंडली के सितारे?

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि विशेष आरती, चालीसा, स्तुति, स्तोत्र, रुद्राष्टक यहां पढ़ें...

अगला लेख