होली के हर राज्य में अलग नाम और अलग है रंग

अनिरुद्ध जोशी
शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2020 (11:26 IST)
हिंदुओं का यह त्योहार भारत, श्रीलंका, नेपाल व मॉरिशस समेत दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है। हर देश और राज्य में होली को अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है। प्रत्येक राज्य में होली को मनाने के तरीके भी अलग-अलग हैं। आओ जानते हैं होली के संबंध में कुछ रोचक।
 
 
1. बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश : बिहार और उत्तर प्रदेश में होली को फगुआ, फाग और लठमार होली कहते हैं। खासकर मथुरा, नंदगांव, गोकुल, वृंदावन और बरसाना में इसकी धूम होती है।
 
 
2. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान : मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में होली वाले दिन होलिका दहन होता है, दूसरे दिन धुलेंडी मनाते हैं और पांचवें दिन रंग पंचमी मनाते हैं। यहां के आदिवासियों में होली की खासी धूम होती है।
 
 
3. महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा : महाराष्ट्र में होली को 'फाल्गुन पूर्णिमा' और 'रंग पंचमी' के नाम से जानते हैं। गोवा के मछुआरा समाज इसे शिमगो या शिमगा कहता है। गोवा की स्थानीय कोंकणी भाषा में शिमगो कहा जाता है। गुजरात में गोविंदा होली की खासी धूम होती है।
 
 
4. हरियाणा और पंजाब : हरियाणा में होली को दुलंडी या धुलेंडी के नाम से जानते हैं। पंजाब में होली को 'होला मोहल्ला' कहते हैं।
 
 
5. पश्चिम बंगाल और ओडिशा : पश्चिम बंगाल और ओडिशा में होली को 'बसंत उत्सव' और 'डोल पूर्णिमा' के नाम से जाना जाता है।
 
 
6.तमिलनाडु और कर्नाटक : तमिलनाडु में लोग होली को कामदेव के बलिदान के रूप में याद करते हैं। इसीलिए यहां पर होली को कमान पंडिगई, कामाविलास और कामा-दाहानाम कहते हैं। कर्नाटक में होली के पर्व को कामना हब्बा के रूप में मनाते हैं। आंध्र प्रदेश, तेलंगना में भी ऐसी ही होली होती है।
 
 
7. मणिपुर और असम : मणिपुर में इसे योशांग या याओसांग कहते हैं। यहां धुलेंडी वाले दिन को पिचकारी कहा जाता है। असम इसे 'फगवाह' या 'देओल' कहते हैं। त्रिपुरा, नगालैंड, सिक्किम और मेघालय में भी होली की धूम रहती है।
 
 
8. उत्तराखंड और हिमाचल : यहां होली को भिन्न प्रकार के संगीत समारोह के रूप में मनाया जाता है, जिसे बैठकी होली, खड़ी होली और महिला होली कहते हैं। यहां कुमाउनी होली होली प्रसिद्ध है।
 

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