कैसे और क्यों मनाएं होली

होलिका पूजन विधि

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उत्साह, उमंग और उल्लास के साथ भाईचारे के रंग बिखेरने के लिए सभी बेताब हैं। बुराई पर अच्छाई की जीत के त्योहार जगह-जगह होलिका का दहन होगा और रंग गुलाल उड़ाकर खुशियां बांटी जाएंगी। हर गली-मोहल्ला रंगों के त्योहार में रमा रहेगा।

धार्मिक एवं सामाजिक एकता का पर्व होली के होलिका दहन के लिए हर चौराहे व गली-मोहल्ले में गूलरी, कंडों व लकड़ियों से बड़ी-बड़ी होली सजाई जाती हैं। वहीं बाजारों में भी होली की खूब रौनक दिखाई पड़ती है।

होलिका पूजन विधि : लकड़ी और कंडों की होली के साथ घास लगाकर होलिका खड़ी करके उसका पूजन करने से पहले हाथ में असद, फूल, सुपारी, पैसा लेकर पूजन कर जल के साथ होलिका के पास छोड़ दें और अक्षत, चंदन, रोली, हल्दी, गुलाल, फूल तथा गूलरी की माला पहनाएं। इसके बाद होलिका की तीन परिक्रमा करते हुए नारियल का गोला, गेहूं की बाली तथा चना को भूंज कर इसका प्रसाद सभी को वितरित करें।

क्यों मनाते हैं होली : होली का त्योहार मनाने के पीछे पौराणिक कथा के अनुसार इस पर्व को मनाने की शुरुआत हिरण्यकश्यप के जमाने से होना मानी जाती है। हिरण्यकश्यप के पुत्र प्रह्लाद भगवान के अनन्य भक्त थे। उनकी इस भक्ति से पिता हिरण्यकश्यप नाखुश थे। इसी बात को लेकर उन्होंने अपने पुत्र को भगवान की भक्ति से हटाने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन भक्त प्रह्लाद प्रभु की भक्ति को नहीं छोड़ पाए।

अंत में हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र को मारने के लिए योजना बनाई। अपनी बहन होलिका की गोद में प्रह्लाद को बैठाकर अग्नि के हवाले कर दिया। लेकिन भगवान की ऐसी कृपा हुई कि होलिका जलकर भस्म हो गई और भक्त प्रह्लाद आग से सुरक्षित बाहर निकल आए, तभी से इस पर्व को मनाने की प्रथा शुरू हुई।

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इको फ्रेंडली होली कैसे मनाएं : फूलों और उनकी पंखुड़ी से होली का पर्व मनाया जा सकता है। पलाश के फूलों से तैयार किया गया रंग, हल्दी और बेसन से बने रंगों को होली खेलने में इस्तेमाल कर सकते हैं। ग्वारपाठा (एलोवीरा) के कांटे निकालकर उसे पीस लें और फिर हरे रंग के पेस्ट का इस्तेमाल करें। इसमें नीम की पत्तियों का पेस्ट भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

ऐसे खेलें होली :
* होली जलाने के लिए जलाऊ लकड़ी का इस्तेमाल करें और यह मात्र प्रतीकात्मक हो।
* केमिकल वाले रंगों के इस्तेमाल से बचे।
* रंगों के लिए पारिजात, टेसू के फूलों से बने रंगों को उपयोग में लाएं।
* अगर पानी से होली खेलना ही है तो साधारण पानी का इस्तेमाल कर होली खेलें।

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