Hanuman Chalisa

कैसे मनाएं होलिका दहन का त्योहार...

होली : क्या आप भी है पर्यावरण मित्र

Webdunia
प्रतीकात्मक होली जलाएं

FILE


एक ओर आज हम ग्लोबल वार्मिंग जैसी भयानक स्थिति से निपटने के प्रयास ढूंढ रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर हम इसकी परवाह किए बगैर लगातार पेड़ों की कटाई करते हुए जंगल के जंगल तबाह कर रहे हैं। कुछ दिनों बाद होली का त्योहार है।

हिंदू मान्यताओं के अनुसार होली खेलने के एक दिन पूर्व हम होली जलाते हैं और उसमें लकड़‍ियों का प्रयोग करते हैं। इससे पर्यावरण तो दूषित होता ही है, साथ ही कई क्विंटल लकड़ी जलकर स्वाहा हो जाती है और न जाने इस दिन कितने पेड़ों की बलि चढ़ जाती है।


FILE


हिंदू धर्म में लकड़ी को जलाना पाप माना गया है। आज जिस प्रकार धीरे-धीरे जंगल खत्म हो रहे हैं, यह चिंता का विषय है। आने वाली पीढ़ी को इसके बारे में गहन चिंतन करते हुए प्रतीकात्मक होली जलाकर देश प्रेम का परिचय देना चाहिए।

होलिका दहन के लिए किसी भी कीमत पर लकड़ी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। लोगों को चाहिए कि वह कंडे या घर में पड़ी बेकार लकड़ी से होली जलाएं।

होली हिंदुओं का त्योहार है। इसमें हर रीति-रिवाज को पूरा करना एक मान्यता है, इसलिए होलिका का सिर्फ प्रतीकात्मक दहन करते हुए पुरानी डलिया, घास व कंडे का प्रयोग करें। संभव हो तो बड़ी होली न जलाते हुए छोटी जलाएं।


FILE


होली सौहार्दपूर्ण वातावरण में वैकल्पिक रूप से जलाना चाहिए। लकड़ी से प्रदूषण अधिक होता है, इसलिए कंडे का प्रयोग करना चाहिए। इससे गंदगी भी कम होगी, पेड़ बचेंगे और पर्यावरण प्रदूषित नहीं होगा।

गांवों-शहरों में अनेक जगह होलिका दहन किया जाता है। इसके बजाय अगर शहर के किसी मुख्य चौराहे पर एक या दो स्थान पर होलिका दहन किया जाए तो न जाने कितना प्रदूषण होने से बचेगा व लकड़ी बचेगी। यह एकता का भी प्रतीक होगा।

पर्यावरण को बचाना हर एक नागरिक का कर्तव्य है। इसमें फिर भी कोई पेड़ की कटाई कर होलिका दहन करता है तो वह संसार के साथ गद्दारी कर रहा है। हमें खराब आइटम से होलिका दहन कर पर्यावरण को बचाना चाहिए।


FILE

वैसे ही हरियाली का अभाव हो रहा है। ऐसे में अगर हम होलिका दहन के लिए लकड़ी काटते हैं तो आने वाले समय में हम हरियाली देखने को तरस जाएंगे। लोगों को इसके बारे में गहन चिंतन की आवश्यकता है।

हमारे धार्मिक ग्रंथ कहते हैं कि तीज-त्योहार जरूर मनाएं, लेकिन ऐसे जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान न हो। कुल मिलाकर कहने का तात्पर्य यह है कि प्रतीकात्मक होली जलाए और साथ ही सूखी होली खेलें। इससे आप पर्यावरण मित्र कहलाएंगे।

प्रस्तु‍ति - राजश्री कासलीवाल


वेबदुनिया पर पढ़ें

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Mangal gochar: मंगल का धनु में गोचर, 5 राशियों के लिए शुरू होगा शानदार समय

Dhanu sankranti 2025: धनु संक्रांति कब है, क्या है इसका महत्व, पूजा विधि और कथा?

Guru gochar 2025: बृस्पपति का मिथुन में प्रवेश, 12 राशियों का दो लाइन में भविष्यफल

Weekly Numerology Horoscope: साप्ताहिक अंक राशिफल: 08 से 14 दिसंबर 2025 तक, क्या कहते हैं आपके मूलांक के सितारे?

2026 Horoscope: 100 साल बाद मकर राशि में महासंयोग: 2026 में 5 राशियां होंगी मालामाल

सभी देखें

धर्म संसार

12 December Birthday: आपको 12 दिसंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 12 दिसंबर, 2025: शुक्रवार का पंचांग और शुभ समय

धनु संक्रांति के दिन करें ये 5 कार्य, मिलेगा संकटों से मुक्ति का आशीर्वाद

Saphala Ekadashi Katha: सफला एकादशी व्रत, समस्त पापों से मुक्ति दिलाने वाली कथा

Surya Gochar: सूर्य का धनु राशि में प्रवेश, जानिए 12 राशियों का राशिफल, क्या होगा भविष्यफल