रोग भगाए मीठी मुलहठी

Webdunia
ND
ND
बढ़े हुए कफ से गला, नाक, छाती में जलन होने पर मुलहठी को शहद में मिलाकर चाटने से बहुत फायदा होता है। बड़ों के लिए मुलहठी के चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं। शिशुओं के लिए मुलहठी के जड़ को पत्थर पर पानी के साथ 6-7 बार घिसकर शहद या दूध में मिलाकर दिया जा सकता है।

छोटे शिशु कई बार शाम को रोते हैं। पेट में गैस के कारण उन्हें शाम के वक्त पेट में दर्द होता है। उस समय मुलहठी को पत्थर पर घिसकर पानी या दूध के साथ पिलाने से पेट दर्द शांत हो जाता है।

मुलहठी मिलाकर पकाए गया घी इस्तेमाल करने से अलसर मिटता है।

यह कफ को आसानी से निकालता है। इसलिए खाँसी, दमा, टीबी एवं आवाज बदल जाना आदि फेफड़ों की बीमारियों में मुलहठी का एक छोटा टुकड़ा मुँह में रखकर चबाने से भी फायदा होता है।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

कुत्तों के सिर्फ चाटने से हो सकती है ये गंभीर बीमारी, पेट लवर्स भूलकर भी न करें ये गलती

कब ली गई थी भारत के नोट पर छपी गांधी जी की तस्वीर? जानें इतिहास

सावन में इस रंग के कपड़े पहनने की वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

क्या ट्रैफिक पुलिस आपकी स्कूटी की चाबी ले सकती है? जानें कानूनी सच्चाई और अपने अधिकार

किस मुस्लिम देश से भारत आए हैं समोसा और जलेबी, जिनके लिए तम्बाकू और सिगरेट की तरह लिखना होगी चेतावनी

सभी देखें

नवीनतम

20 मजेदार वेडिंग एनिवर्सरी विशेज, शादी की सालगिरह पर इस फनी अंदाज में दें दोस्तों को शुभकामनाएं

बाम या आयोडेक्स से नशा जैसा क्यों होता है? जानिए इसके पीछे की साइंटिफिक सच्चाई

क्या 32 बार खाना चबाने से घटता है वजन? जानिए क्या है माइंडफुल ईटिंग

बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए करें ये 5 योगासन, नेचुरल तरीके से पाएं लंबे और घने बाल

क्यों ब्लड डोनेट करते हैं आर्मी के डॉग्स, जानिए किस काम आता है ये खून