How to turn white hair black: आजकल प्रदूषण, डैंड्रफ, नकली अनियमित खानपान और अत्यधिक चिंता के कारण वक्त के पहले ही बाल सफेद होने लगे हैं। बालों के सफेद होने की शुरुआत में ही इसकी रोकथाम कर ली जाए तो बेहतर है अन्यथा लंबे समय तक इलाज या नुस्खों को आजमाना होता है। हालांकि यदि उचित खानपान के साथ इन नुस्खों को आजमाएंगे तो बाल जल्दी से काले होने की संभावना बढ़ सकती है।
सबसे पहले ये करें:-
-
डैंड्रफ हैं तो सबसे पहले इसका इलाज कराएं।
-
खानपान में बदलाव करें, पौष्टिक भोजन का सेवन करें।
-
किसी भी प्रकार के शेंपू का उपयोग न करें।
-
सिर में अच्छी क्वालिटी का तेल लगाएं।
-
बालों को गर्म पानी से न धोकर ठंडे पानी से धोएं।
-
चिंता व तनाव से मुक्त रहें।
-
बालों में डाई व रसायनों का प्रयोग न करें।
-
पुराना जुकाम हो तो किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाकर उसका तत्काल उपचार कराएं।
बाल सफेद होने के प्रमुख कारण:-
-
असंतुलित भोजन
-
मानसिक तनाव या चिंता
-
तीव्र मानसिक झटका
-
पिगमेंट निर्माण में जन्म से दोष
-
जल व वायु प्रदूषण
-
तेज बुखार या संक्रामक रोग जैसे- वायरस, टायफाइड आदि
-
आनुवांशिकता
-
तेज गर्म पानी से बालों को धोना
-
बालों की ठीक प्रकार से सफाई न करना
-
पुराना जुकाम होना
-
बालों में डाई व रसायनों का अधिक प्रयोग करना
एक अध्ययन के मुताबिक अगर आपके पैरेंट्स और ग्रैंडपैरेंट्स के बाल कम उम्र में ही सफेद हुए थे तो फिर संभव है कि आपके साथ भी ऐसा ही हो। आनुवांशिकी वजह होने पर आप ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं। लेकिन कम उम्र में बाल सफेद होना एक बीमारी है जिसे मेडिकल की भाषा में 'केनाइटिस' कहा जाता है। हमारे बालों का काला रंग एक प्रकार के पिगमेंट की वजह से होता है जिसे मेलानिन कहते हैं। यह पिगमेंट बालों के फोल्लिकल्स में और बालों की जड़ों के आस-पास व कोशिकाओं के नीचे पाया जाता है। जब हमारे सिर पर यह पिगमेंट बनना कम हो जाता है, तब हमारे बाल ग्रे आने लगते हैं।
सिर पर लगाएं ये तेल : एक गिलास पानी में कड़ी पत्ता, एक कप सरसों का तेल, एलोवीरा का एक टुकड़ा, कुछ कलौंजी, अलसी के कुछ बीज और थोड़ा काला जीरा मिलाकर उकालें और वह जब एक चौथाई रह जाए तब उसे तेल के रूप में उपयोग करें। ऐसा नहीं कर सकते हैं तो बादाम, आंवले या आलसी का तेल लेकर आएं और उसे नियमित सिर में लगाएं।
ये चीजें खाएं : अखरोट, अलसी के बीज, आंवला, हरी पत्तेदार सब्जियां, विटामिन सी और ई से भरपूर फल फ्रूट और च्यवनप्राश आदि।
उपरोक्त चित्र में बताए अनुसार योगासन करें।
पूरी तरह से सफेद हो गए बालों के लिए 2 घरेलू नुस्खें:-
सामग्री: पिसी हुई सूखी मेहंदी एक कप, कॉफी पावडर पिसा हुआ 1 चम्मच, दही 1 चम्मच, नीबू का रस 1 चम्मच, पिसा कत्था 1 चम्मच, ब्राह्मी बूटी का चूर्ण 1 चम्मच, आंवला चूर्ण 1 चम्मच और सूखे पोदीने का चूर्ण 1 चम्मच। इतनी मात्रा एक बार प्रयोग करने की है। इसे एक सप्ताह में एक बार या दो सप्ताह में एक बार अवकाश के दिन प्रयोग करना चाहिए।
प्रयोग:- सभी सामग्री पर्याप्त मात्रा में पानी लेकर भिगो दें और दो घण्टे तक रखा रहने दें। पानी इतना लें कि लेप गाढ़ा रहे, ताकि बालों में लगा रह सके। यदि बालों में रंग न लाना हो तो इस नुस्खे से कॉफी और कत्था हटा दें। पानी में दो घण्टे तक गलाने के बाद इस लेप को सिर के बालों में खूब अच्छी तरह, जड़ों तक लगाएँ और घण्टेभर तक सूखने दें। इसके बाद बालों को पानी से धो डालें। बालों को धोने के लिए किसी भी प्रकार के साबुन का प्रयोग न करके, खेत या बाग की साफ मिट्टी, जो कि गहराई से ली गई हो, पानी में गलाकर, कपड़े से पानी छानकर, इस पानी से बालों को धोना चाहिए। मिट्टी के पानी से बाल धोने पर एक-एक बाल खिल जाता है जैसे शैम्पू से धोए हों।
आयुर्वेदिक घरेलू लेप:-
सामग्री:- 1 किलो शुद्ध मेहँदी, 25 ग्राम साबुत आँवला, 25 ग्राम आँवला पावडर, 25 ग्राम साबुत शिकाकाई, 25 ग्राम शिकाकाई पावडर, 25 ग्राम साबुत भृंगराज, 25 ग्राम भृंगराज पावडर, 25 ग्राम साबुत ब्राह्मी, 25 ग्राम ब्राह्मी पावडर।
प्रयोग:- लोहे की बड़ी कड़ाही में 5 लीटर पानी डालें व सभी सामग्री डालकर 3-4 घण्टे तक पकने दें। ठंडा करके फ्रिज में रख लें व पहले सप्ताह में दो बार, बाद में एक बार फिर महीने में तीन बार, तत्पश्चात् महीने में दो बार लगाते रहें। इस प्रयोग से बाल लाल नहीं, बल्कि कालापन लिए हुए दिखने लगेंगे व सफेद बाल इन काले बालों में ऐसे मिल जाएँगे कि देखने वाला भी उसकी मात्रा का अन्दाजा नहीं लगा पाएगा। आवश्यकतानुसार अण्डे या दही का प्रयोग भी कर सकते हैं, ताकि बालों में रूखापन न रहे। पैक लगाने के दूसरे दिन सिर में आयुर्वेदिक तेल की मालिश अवश्य करें।