अम्लपित्त रोग में घरेलू चिकित्सा

Webdunia
ND
ND
मुलेठी का चूर्ण या काढ़ा बनाकर उसका प्रयोग रोग को नष्ट करता है।

नीम की छाल का चूर्ण या रात में भीगाकर रखी छाल का पानी छानकर पीना रोग को शांत करता है।

अम्लपित्त रोग में मृदु विरेचन (माइल्ड लेक्सेटिव) देना चाहिए। इस हेतु त्रिफला का प्रयोग या दूध के साथ गुलकंद का प्रयोग या दूध में मुनक्का उबालकर सेवन करना चाहिए।

मानसिक तनाव कम करने हेतु योग, आसन एवं औषध का प्रयोग करें।

अम्लपित्त रोग में क्या खाएँ
अम्लपित्त रोगी को मिश्री, आँवला, गुलकंद, मुनक्का आदि मधुर द्रव्यों का प्रयोग करना चाहिए। बथुआ, चौलाई, लौकी, करेला, धनिया, अनार, केला आदि शाक व फलों का प्रयोग करें। दूध का प्रयोग नियमित रूप से करें।

अम्लपित्त रोग में क्या न खाएँ
नए धान्य, अधिक मिर्च-मसालों वाले खाद्य पदार्थ, मछली, माँसाहार, मदिरापान, गरिष्ट भोजन, गर्म चाय-कॉफी, दही एवं छाछ का प्रयोग, साथ ही तुवर दाल एवं उड़द दाल का प्रयोग कदापि न करें।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

वो कहानी, जो हर भारतीय को याद है: 15 अगस्त की गाथा

इस राखी भाई को खिलाएं ये खास मिठाइयां: घर पर बनाना है आसान

रोज रात सोने से पहले पिएं ये 5 ड्रिंक्स, डाइजेशन और इम्युनिटी के लिए हैं बेस्ट

रक्षा बंधन पर इस बार बाजार में आई है ये 5 ट्रेंडी राखियां, जरूर करें ट्राई

नवम्बर में धरती पर हमला करेंगे एलियंस, वैज्ञानिकों ने भी दे दिए संकेत! क्या सच होगी बाबा वेंगा की भविष्यवाणी?

सभी देखें

नवीनतम

रक्षाबंधन, राखी पर शेयर करें ये 10 खूबसूरत संदेश

टारगेट्स और डेडलाइन के बीच भी ऐसे हैंडल करें वर्क प्रेशर, अपनाएं ये 7 रिलैक्सेशन हैक्स

खाने के तुरंत बाद नहाने से क्या होता है? जानिए नहाने का सही समय क्या है?

रक्षाबंधन की तैयारियां: घर को सजाने से लेकर मिठाइयों तक

फ्रेंडशिप डे/ मित्रता दिवस के 5 खास उपाय, बनी रहेगी दोस्ती के रिश्तों में मिठास