INDvsNZचैंपियन्स ट्रॉफी को भारत ने तीसरी बार अपने कब्जे में किया है। अगर वनडे, टी-20 विश्वकप और चैंपियन्स ट्रॉफी को देखें तो यह ट्रॉफी भारत को खासा पसंद है क्योंकि बाकी दोनों विश्वकप भारत ने 2-2 बार जीते हैं लेकिन यह ट्रॉफी भारत 3 बार जीत चुका है। यह नहीं भारत अब चैंपियन्स ट्रॉफी की सबसे सफल टीम बन चुका है। उनके बाद ऑस्ट्रेलिया टीम है जो 2 बार चैंपियन्स ट्रॉफी जीत चुकी है। ऑस्ट्रिलिया को दोनों बार कप्तान रिकी पोंटिंग ने साल 2006 और 2009 में खिताब जिताया था।
21वीं सदी के शुरुआत में ही भारत को आईसीसी ट्रॉफी मिल जाती लेकिन कप्तान सौरव गांगुली की टीम को 2000 की जगह भारत को 2002 तक का इंतजार करना पड़ा। 2002 की ट्रॉफी श्रीलंका के साथ भारत को शेयर करनी पड़ी पर फैंस खुश थे कि आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सिलसिला तो शुरु हुआ।2002 में सौरव गांगुली ने लगातार दूसरी बार टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचाया। इस बार मौका चैंपियंस ट्रॉफी का था और फाइनल में टीम के सामने थी मेजबान श्रीलंका। फाइनल 29 सितंबर को खेला जाने वाला था लेकिन बारिश के चलते रिजर्व डे में शिफ्ट हो गया। रिजर्व डे में भी बारिश ने बाजी मारी और भारत और श्रीलंका को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया।
साल 2013 में जब महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारत की टीम इंग्लैंड जा रही थी तो माहौल बहुत नकारात्मक था। भारतीय टीम हाल ही में हुए आईपीएल की फिक्सिंग में फंसी हुई थी।लेकिन धोनी की अगुवाई में इंग्लैंड में भारतीय टीम ने खिताब जीता। जिस जमीन पर गेंद स्विंग लेती है वहां ऐसा कारनामा करना बिना एक मैच हारे काबिले तारीफ था। इस टूर्नामेंट में भारत का पाकिस्तान को हराने का इंतजार भी खत्म हुआ।कम स्कोर वाले इस मैच में रविंद्र जडेजा ने 25 गेंद में 35 रन बनाकर भारत को सात विकेट पर 129 रन के स्कोर पर पहुंचाया लेकिन धोनी की रणनीतिक सूझबूझ और क्षेत्ररक्षकों को सजाने की उनकी प्रतिभा ने उन्हें पांच रन से जीत दिलाई।