सरफरोशी की तमन्‍ना

Webdunia
- रामप्रसाद ‘बिस्मिल्‍ ल ’

सरफरोशी की तमन्‍ना अब हमारे दिल में है,
NDND

देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है ।
रहबरे राहे मुहब्‍बत रह न जाना राह में,
लज्‍जते सेहरा नवरदी दूरी-ए-मंजिल में है ।
वक्‍त आने पर बता देंगे तुझे ऐ आसमाँ,
हम अभी से क्‍या बताएँ क्‍या हमारे दिल में है ।
आज फिर मकतल में कातिल कह रहा है बार-बार,
क्‍या तमन्‍ना-ए-शहादत भी किसी के दिल में है ।
ऐ शहीदे मुल्‍को मिल्‍लत मैं तेरे ऊपर निसार,
अब तेरी हिम्‍मत का चर्चा गैर की महफिल में है ।

अब न पिछले वलवले हैं और न अरमानों की भीड़,
एक मिट जाने की हसरत बस दिल-ए-‘बिस्मिल्‍ ल ’ में है।

Show comments

C-Section के बाद नहीं कम हो रही बैली, इन ट्रिक्स को अपनाने से मिलेगा फायदा

राइस वॉटर से बने इस कोरियन हेयर केयर मास्क से मिलेंगे घर पर ही सलून जैसे सॉफ्ट और सिल्की बाल

क्या बच्‍चों का माथा गर्म रहना है सामान्य बात या ये है चिंता का विषय?

क्लटर फ्री अलमारी चाहिए? अपनाएं बच्चों की अलमारी जमाने के ये 10 मैजिक टिप्स

सर्दियों में खुद को बनाए रखें फिट और तंदुरुस्त, पिएं ये प्राकृतिक हर्बल टी

Health Alert : कहीं सेहत के लिए हानिकारक तो नहीं है सहजन की फली?

अपने घर को इन DIY वॉल हैंगिंग आइडियाज से सजाएं, घर की पुरानी दीवारें भी लगेंगी नई जैसी

सॉफ्ट आटा गूंथने के 4 सही तरीके, रोटियां बनेंगी फूली हुई और मुलायम

Lipcare Tips : सर्दियों में घर पर बनाएं होंठों को गुलाबी और सॉफ्ट

आपके घर के किचन में छुपा है आयल फ्री त्वचा का राज, जानिए ये होममेड क्लींजर बनाने का तरीका