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ऐसे लिखिए स्वतंत्रता दिवस पर प्रभावशाली निबंध, प्रतियोगिता में पहले स्थान के दावेदार होंगे आप

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हमें फॉलो करें 15 august speech in hindi

WD Feature Desk

, सोमवार, 11 अगस्त 2025 (15:26 IST)
15 august speech in hindi for school students: स्वतंत्रता दिवस, हर साल 15 अगस्त को पूरे भारत में बड़े उत्साह, गौरव और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया जाता है। यह वह पावन दिन है जब 1947 में भारत को ब्रिटिश उपनिवेशवाद के 200 वर्षों के लंबे शासन से मुक्ति मिली थी। यह सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि उन अनगिनत बलिदानों, संघर्षों और सपनों का प्रतीक है, जिन्होंने हमें एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में पहचान दिलाई। यह दिन हमें अपने पूर्वजों के त्याग और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारियों की याद दिलाता है।

देश की आजादी: संघर्ष और बलिदान की गाथा
भारत की आजादी का सफर आसान नहीं था। यह संघर्ष और बलिदान की एक लंबी और दर्दनाक गाथा है, जिसे महात्मा गांधी के अहिंसक आंदोलन, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस जैसे क्रांतिकारियों के शौर्य, और अनगिनत गुमनाम शहीदों के रक्त से लिखा गया है। जलियांवाला बाग का नरसंहार हो या असहयोग आंदोलन की हुंकार, दांडी मार्च का नमक सत्याग्रह हो या भारत छोड़ो आंदोलन का आह्वान – हर कदम पर भारतीयों ने अपनी एकजुटता और स्वतंत्रता की अदम्य भावना का परिचय दिया। इन वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें वह स्वतंत्रता दिलाई, जिसमें हम आज साँस ले रहे हैं।

आजादी के बाद की चुनौतियां
स्वतंत्रता प्राप्ति के साथ ही भारत को कई गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ा। देश का विभाजन, सांप्रदायिक हिंसा, लाखों शरणार्थियों का पुनर्वास, रियासतों का एकीकरण, और एक नया संविधान बनाना – ये सभी ऐसी चुनौतियां थीं जिन्होंने नवजात राष्ट्र की नींव को हिलाने की कोशिश की। गरीबी, अशिक्षा, और सामाजिक असमानता जैसी गहरी जड़ें जमा चुकी समस्याओं से निपटना भी एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन, हमारे दूरदर्शी नेताओं और resilient जनता ने इन सभी बाधाओं का दृढ़ता से सामना किया।

स्वतंत्र भारत की उपलब्धियां
इन चुनौतियों के बावजूद, स्वतंत्र भारत ने पिछले 77 वर्षों में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं। हमने दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र स्थापित किया, जहां हर नागरिक को समान अधिकार प्राप्त हैं। आर्थिक मोर्चे पर, भारत आज दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और तेजी से विकास कर रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में, हमने अंतरिक्ष (चंद्रयान, मंगलयान), परमाणु ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी में महत्वपूर्ण मील के पत्थर स्थापित किए हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि में भी हमने उल्लेखनीय प्रगति की है, जिससे करोड़ों लोगों का जीवन बेहतर हुआ है। यह सब हमारे सामूहिक प्रयासों और दृढ़ संकल्प का परिणाम है।

स्वाधीनता का सही अर्थ
स्वतंत्रता का सही अर्थ केवल राजनीतिक मुक्ति नहीं है, बल्कि यह 'स्वाधीनता' है – यानी 'स्व' के अधीन होना। इसका अर्थ है अपने विचारों में, अपनी नीतियों में, और अपनी संस्कृति में आत्मनिर्भर होना। महात्मा गांधी ने कहा था, "सच्ची आजादी तब तक नहीं मिल सकती जब तक हम खुद को अपने ही स्वार्थों और सामाजिक बुराइयों की बेड़ियों से आजाद न कर लें।" यह हमें व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर जिम्मेदार बनने, अपने कर्तव्यों का पालन करने, और एक न्यायपूर्ण व समावेशी समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करती है।

आगे का सफर और चुनौतियां
आज भी भारत के सामने कई चुनौतियां हैं – गरीबी उन्मूलन, शिक्षा का सार्वभौमीकरण, स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच, जलवायु परिवर्तन, और सामाजिक सद्भाव बनाए रखना। हमें इन चुनौतियों का सामना एकजुट होकर करना होगा। हमें अपने देश को और अधिक सशक्त, समृद्ध और न्यायपूर्ण बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे। यह सफर अभी खत्म नहीं हुआ है, बल्कि यह एक सतत प्रक्रिया है जहां हर पीढ़ी को अपनी भूमिका निभानी है।

उपसंहार
स्वतंत्रता दिवस हमें केवल जश्न मनाने का अवसर नहीं देता, बल्कि यह आत्म-चिंतन और आत्म-सुधार का भी दिन है। यह हमें उन मूल्यों की याद दिलाता है जिनके लिए हमारे पूर्वजों ने संघर्ष किया। आइए, इस पावन अवसर पर हम सब मिलकर एक ऐसे भारत के निर्माण का संकल्प लें, जहां हर नागरिक को समान अवसर मिले, जहां न्याय और समानता का बोलबाला हो, और जहां हर व्यक्ति गर्व से कह सके – "जय हिंद!"
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