1967 में भारतीय सैनिकों ने चीनी दुस्साहस का जवाब देते हुए सैकड़ों चीनी सैनिकों को न सिर्फ मार गिराया था बल्कि उनके कई बंकरों को ध्वस्त कर दिया था। 14,200 फुट पर स्थित नाथु ला दर्रा तिब्बत-सिक्किम सीमा पर है। 1967 में चीन ने भारत को नाथु ला और जेलेप ला दर्रे खाली करने को कहा।
भारत की 17 माउंटेन डिवीजन ने जेलेप ला को तो खाली कर दिया, लेकिन नाथु ला पर भारत के सैनिक डटे रहे। 6 सितंबर, 1967 को धक्का-मुक्की के बाद चीनी बंकरों की तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। यह तनाव इतना बढ़ा कि 10 मिनट में 70 भारतीय जवान शहीद हो गए।
जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैनिकों ने 400 चीनियों को मार गिराया। भारत ने लगातार 3 दिनों तक फायरिंग की। 14 सितंबर को चीनियों ने धमकी दी कि अगर भारत की ओर से फायरिंग बंद नहीं हुई तो वह हवाई हमला करेगा। तब तक चीन को सबक मिल चुका था और फायरिंग रुक गई।