स्वतंत्रता के बाद साल 1947 के अक्टूबर माह में पकिस्तानी कबीलाइयों ने कश्मीर पर हमला कर दिया था। इसमें पाकिस्तानी सेना भी शामिल थी। इसके बाद भारत ने कश्मीर की मदद के लिए भारतीय सेना भेजी। दोनों सेनाओं में युद्ध हुआ।
टिथवाल वह क्षेत्र था, जहां दोनों सेनाओं के बीच लंबा संघर्ष चला। सामरिक दृष्टि से खास महत्व रखने वाले इस इलाके पर पाकिस्तानी कबीलाइयों ने कब्जा किया था। इस दौरान कश्मीर ज्यादातर हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में चला गया। जिसे हम आज हम पीओके कहते हैं। उस समय महाराज हरिसिंह का कश्मीर पर शासन था।