वैस्ट लागेरंड, हाफ्गाइस्टन्4 अक्टूबर, 1935
तुम्हारा,
सुभाष
जीलगोरा पो.आ.
जिला मानभू म, बिहा र
15 अप्रै ल, 1939
सस्नेह तुम्हार ा,
सुभा ष
जीलगोरा पो.आ.
20 अप्रै ल, 1939
सप्रेम तुम्हार ा
सुभाष
सुभाषचंद्र बोस की ओर से
मार्फत- सुपरिटेंडेंड पुलिस दार्जिलिं ग
30 जू न, 1936
प्रिय जवाह र,
मुझे तुम्हारा 22 तारीख का पत्र पाकर खुशी हुई। वह मुझे 27 तारीख को मिला। समाचार पत्रों से मुझे मालूम हुआ कि तुम बहुत ज्यादा परिश्रम कर रहे और मुझे तुम्हारे स्वास्थ्य के बारे में चिंता हो रही थी। मुझे खुशी है कि तुम थोड़े समय के लिए ही सह ी, मसूरी विश्राम करने के लिए जा सके। मैं यह समझ सकता हूँ कि अति परिश्रम को टालना तुम्हारे लिए कठिन ह ै, फिर भी आशा करता हूँ कि तुम बहुत ज्यादा परिश्रम नहीं करोगे। अगर तुम्हारी तबियत बिगड़ी तो उससे किसी कि मदद नहीं मिलेगी।
तुमने अपने बहनोई रणजीत के बारे में जो कुछ कहा ह ै, वह बहुत ही दु:ख की चीज है। किंतु यह जानकर थोड़ी राहत मिली कि डॉक्टर किसी गंभीर परिणाम की आशंका नहीं करते। हम आशा करें कि स्थान-परिवर्तन और विश्राम से उनकी तबियत सुधर जाएगी।
मैं करीब-करीब ठीक हूँ। कुछ पेट की शिकायत है और थोड़ा फ्लू का असर हो गया था (यह गले की खराबी भी हो सकती है)-- किंतु ये सब शिकायतें यथा समय दूर हो जाएगी।
अगर तुम्हारे पुस्तकालय में नीचे लिखी पुस्तकों में से कोई हों और तुम उनको सुविधापूर्वक सुलभ करा सको तो कृपा करके एक या दो एकसाथ भिजवा देना।
1. हिस्टोरिकल ज्योग्राफी ऑफ यूरोप- गोईन ईस्ट लिखित
2. क्लैश ऑफ कल्चर्स एण्ड कॉन्टेक्ट ऑफ रेसेस- पिट रिवर्स लिखित
3. शॉर्ट हिस्ट्री ऑफ ऑवर टाइम्स- ले.ए. स्पेंडर लिखि त
4. वर्ल्ड पॉलिटिक्स 1918-35- आर.पी. दत्त लिखित
5. साइंस एण्ड दी फ्यूचर- जे.बी.एस.हालडेन लिखित
6. अफ्रीका व्यू- हक्सले लिखित
7. चंगेजखाँ- राल्फ फोक्स लिखित
8. दि ड्यूडी ऑफ एम्पायर- बारनेस लिखित
उपरोक्त पुस्तकों के स्थान में तुम हाल में प्रकाशित कोई दूसरी दिलचस्प पुस्तकें चुन सकते हो। चिट्ठी-पत्री या पुस्तकों सुपरिटेंडेंट पुलिस दार्जिलिंग की मार्फत भेजी जानी चाहिए।
आशा ह ै, तुम स्वस्थ होगे।
सप्रेम तुम्हार ा
सुभाष
मार्फत- रेल से
19 अक्टूब र, 1938
तुम्हारा स्नेही,
सुभाष
चौरम जिला गया
10 फरवर ी, 1939
सप्रेम तुम्हारा,
सुभाष
सभी पत्र राजशेखर व्यास की पुस्तक 'सुभाषचंद्र बोस- कुछ अधखुले पन्ने' से साभार