कुंभ में पंचानंद गिरी महाराज ने किया शंकराचार्य का विरोध

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अनंत श्री विभूषित जगद्‌गुरू पंचानंद महाराज का कहना है कि कुंभ मेले में गंगा स्नान का बहिष्कार पूरी तरह से अनुचित है। कोई भी सनातन धर्मी अपनी मां गंगा के स्नान का बहिष्कार नहीं कर सकता है।

उन्होंने कहा कि जगद्‌गुरु शंकराचार्य, 13 अखाड़ों के महामंडलेश्वर, खालसे और देश-विदेश के करोड़ों लोग अक्षय पुण्य के लिए गंगा और संगम में स्नान कर दान कर रहे हैं। ऐसे में शंकराचार्य स्वरूपानंद या शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद के पौष पूर्णिमा के स्नान बहिष्कार का कोई औचित्य नहीं है।

इन दोनों शंकराचार्य का कहना है कि गंगा प्रदूषित है तो यह वर्ष भर क्या करते है। अगर मां बीमार है या प्रदूषित हो तो उसका निदान करें न कि स्नान का बहिष्कार।

- आलोक त्रिवेदी (इलाहाबाद से)
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