साधु-संत करेंगे शाही स्नान का बहिष्कार

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हरिद्वार महाकुंभ के बीच अखाड़ा परिषद ने गंगा नदी पर बाँध बनाए जाने के खिलाफ अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार की शाम हरकी पौड़ी पर धरना दिया। बहरहाल अखाड़ा परिषद बाद में राज्य सरकार के अनुरोध पर 27 मार्च तक धरना स्थगित करने पर सहमत हो गया। साथ ही उसने उक्त तिथि तक उसकी माँगे स्वीकार नहीं किए जाने पर धरना पुनः शुरु करने की घोषणा की।

परिषद ने उत्तराखंड में गंगा नदी पर बन रहे लोहारी नागपाला तथा भैरोंघाटी जल विद्युत परियोजनाओं को तुरंत बंद किए जाने की माँग की है। अखाड़ा परिषद चाहता है कि सरकार तुरंत उसकी माँग स्वीकार करने की घोषणा करे और 30 मार्च तक संतों को बाकयदा लिखित में ऐसा आश्वासन दे।

परिषद ने धमकी दी है कि यदि सरकार ने 30 मार्च से पहले इस संबंध में कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया तो साधु-संत कुंभ के बीच बचे शाही स्नान का बहिष्कार करके कुंभ क्षेत्र को छोड़ देंगे। सूत्रों के अनुसार धरना शुरु होने के बाद उत्तराखंड के मंत्री मदन कौशिक धरना स्थल पर जाकर संतों से मिले। उन्होंने संतों से धरना तुरंत समाप्त करने और उनकी माँगों पर विचार के लिए सरकार को 10 अप्रैल तक का समय देने का आग्रह किया।

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