साईं बाबा के पॉजिटिव संदेश : सत्य साईं बाबा के 15 अमूल्य कथन हिन्दी में

WD Feature Desk
बुधवार, 23 अप्रैल 2025 (10:00 IST)
Sathya Sai Baba teachings: सत्य साईं बाबा का महाप्रयाण दिवस हर साल 24 अप्रैल को मनाया जाता है। इसी दिन 2011 में सत्य साईं बाबा ने अपने नश्वर शरीर का त्याग किया था। उन्हें एक महान संत, आध्यात्मिक गुरु और समाजसेवी के रूप में जाना जाता है। उनका जीवन और उनके चमत्कार आज भी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।ALSO READ: सत्य साईं महाप्रयाण दिवस, जानें जीवन परिचय और उनके चमत्कार के बारे में

सत्य साईं बाबा के 15 अनमोल वचन यहां वेबदुनिया के पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं:
 
1. प्रेम ही ईश्वर है, ईश्वर ही प्रेम है- प्रेम ही जीवन का सार है और यही ईश्वर का स्वरूप है।
 
2. सेवा ही सच्चा धर्म है- दूसरों की निस्वार्थ सेवा करना ही ईश्वर की सच्ची आराधना है।
 
3. सब धर्म एक हैं- सभी धर्म एक ही सत्य की ओर ले जाते हैं, इसलिए सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।
 
4. मानव सेवा ही माधव सेवा है- मनुष्य की सेवा करना ही भगवान की सेवा करना है।
 
5. अपना जीवन प्रेम, सत्य, शांति, धर्म और अहिंसा के पांच मानवीय मूल्यों पर आधारित करो- ये मूल्य एक सार्थक और आध्यात्मिक जीवन जीने की नींव हैं।
 
6. मन ही मनुष्य के बंधन और मोक्ष का कारण है- अपने विचारों को नियंत्रित करके ही व्यक्ति मुक्ति पा सकता है।
 
7. समय ही ईश्वर है; समय को बर्बाद मत करो- हर पल कीमती है और उसका सदुपयोग करना चाहिए।
 
8. कर्म ही पूजा है- अपने कर्तव्यों को ईमानदारी और समर्पण के साथ निभाना ही सच्ची पूजा है।
 
9. सबके साथ प्रेम से बोलो- मीठे और प्रेमपूर्ण वचन दूसरों के दिलों को जीत लेते हैं।
 
10. दूसरों में दोष मत देखो; अपने दोषों को देखो और उन्हें सुधारो- आत्मनिरीक्षण और आत्म-सुधार आध्यात्मिक प्रगति के लिए आवश्यक हैं।
 
11. हर हृदय में ईश्वर विराजमान है- सभी प्राणियों में ईश्वर का वास है, इसलिए सबका सम्मान करना चाहिए।
 
12. भक्ति ज्ञान से श्रेष्ठ है, क्योंकि यह हृदय को शुद्ध करती है- प्रेम और समर्पण ज्ञान से अधिक शक्तिशाली हैं।
 
13. चिंता और भय को त्याग दो; ईश्वर पर विश्वास रखो- ईश्वर पर पूर्ण विश्वास रखने से मन शांत रहता है।
 
14. जीवन एक नाटक है; अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाओ- हर व्यक्ति को अपनी नियत भूमिका ईमानदारी और प्रेम से निभानी चाहिए।
 
15. अहंकार सबसे बड़ा शत्रु है- अहंकार व्यक्ति को ईश्वर और दूसरों से दूर करता है।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: मई 2025 में होगा 6 ग्रहों का गोचर, 3 ग्रहों से होगा बड़ा बदलाव

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