पापों से मुक्ति दिलाएगी बलि कथा

भगवान विष्णु और राजा बलि

Webdunia
ND

बलि जैसा प्रतापी और धर्मी राजा न हुआ और न होगा क्योंकि वे दरबार में आने वाले किसी भी याचक को खाली हाथ वापस नहीं जाने देते थे। उनकी दानशीलता की परीक्षा लेने के लिए भगवान विष्णु ने वामन रूप धारण किया। जो भी मनुष्य बलि की कथा सुनता है उसके सारे पाप कट जाते हैं।

राजा बलि का प्रताप तीनों लोक में फैला था। उनकी परीक्षा लेने पहुँचे वामन देव ने राजा से तीन पग जमीन की माँग की थी। उनकी याचना को सुनकर राजा बलि ने कहा तीन लोक के राजा से तीन पग जमीन की माँग करना मूर्खता से कम नहीं है।

जब वामन देव ने एक पग में सारी धरती नाप ली और दूसरे पग में सभी दिशाओं सहित आकाश को भी नाप लिया तो राजा हैरान रह गए। उनके मन में सवाल उठा कि आखिर वामन देव तीसरे पग में क्या नापते हैं। दूसरे पग के दौरान भगवान का पग महालोक, जनलोक और तपलोक से भी आगे निकल गया था।

ND
इस परीक्षा के साक्षी ब्रह्मा जी ने अपने कमंडल से जल निकाल कर वामन देव के चरण धो दिए। राजा बलि के मन के भावों को समझते हुए वामन देव ने कहा तीन पग जमीन दान देने का वचन दिया है और सब कुछ तो मैंने नाप लिया है। इसलिए राजा बलि अब तुम अपने वचन का पालन नहीं कर सकते हो, क्योंकि तुम्हारे पास कुछ भी नहीं बचा।

राजा बलि ने अपने वचन का मान रखने के लिए सिर झुका दिया और तीसरा पग अपने सिर पर रखने का आग्रह किया। वामन देव उनके इस आग्रह को सुनकर खुश हुए और कहा जो तुम्हारी कथा सुनेगा, उसको पापों से मुक्ति मिलेगी।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

5 जुलाई को लेकर क्यों जापान के लोगों में दहशत, क्या नए बाबा वेंगा की भविष्यवाणी से डर गई है जापानी सरकार

मंगल के सिंह राशि में गोचर से 3 राशि के लोगों को रहना होगा संभलकर

अद्भुत... अलौकिक...अविस्मरणीय! कैसा है श्रीराम दरबार, जानिए इसकी अनोखी विशेषताएं

नीम में शक्ति है शनि और मंगल को काबू में करने की, 10 फायदे

जगन्नाथ मंदिर जाने का बना रहे हैं प्लान तो वहां जाकर जरूर करें ये 5 कार्य

सभी देखें

धर्म संसार

शनि और मंगल का षडाष्टक योग, 2 देशों के बीच युद्ध को भड़काएगा

Weekly Panchang 2025 ; साप्ताहिक पंचांग, जानें 7 दिन के शुभ मंगलमयी मुहूर्त

बाबा वेंगा ने क्यों जून 2025 के बाद तीसरे विश्वयुद्ध की भविष्यवाणी की है? बड़े पैमाने पर विनाश के संकेत

शनि और मंगल का षडाष्टक योग, 3 राशियों को 50 दिनों तक रहना होगा सतर्क

क्यों किया जाता है बड़ा महादेव पूजन, जानें महत्व, पूजा विधि और इस व्रत के बारे में खास जानकारी