मंत्र हीलिंग की आध्यात्मिक चिकित्सा

Webdunia
- संजय लोढ़ा जैन

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अनंत जीवन का भी अंत होता है। शरीर के क्षेत्र में रोग एक समस्या है, लेकिन जहाँ शक्ति की भक्ति हो वहाँ रोग हो या परेशानी सभी को झुकना होता है। श्री घंटाकर्ण महावीर देव से प्राप्त मंत्र हीलिंग की आध्यात्मिक चिकित्सा है।

क्या ईश्वर के पास किसी चीज की कमी है? नहीं निवेदन या याचना कितना प्रबल है, मिलने की संभावना उस पर निर्भर करती है। विश्वास, आस्था, श्रद्धा ही इसकी मुख्य खुराक है। यदि आप में है तो फिर परेशानी हो या रोग सभी आपसे दूर भागेंगे।

' मंत्र हीलिंग' अर्थात आध्यात्मिक चिकित्सा की शरण में आने वाला परेशानी अथवा रोगमुक्त अवश्य ही हो जाता है। मंत्रों की आराधना के लिए सात्विकता, शुद्धता, पवित्रता को अति जरूरी विधा माना गया है। इसमें स्थान एवं मुनि की शुद्धि का ध्यान अवश्य रखना होता है। मंत्र हीलिंग भी शुद्ध अध्यात्म है। काया नश्वर है किंतु मंत्र अजर-अमर है। मंत्रों का प्रभाव दिल-दिमाग, वायु-आत्मा तक होता है। जब मंत्रों का उच्चारण करते हैं, उनकी ध्वनि को कानों से सुनते हैं तो शरीर का रोम-रोम असीम शक्ति और शांति का अनुभव करता है। क्यों? क्योंकि मंत्रों में ब्रह्मांड की शक्ति निहित है।

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मंत्रों का प्रभाव मंदिर में प्रतिष्ठित मूर्ति के प्रभाव का आधार मंत्र ही तो है क्योंकि बिना मंत्रसिद्धि यंत्र हो या मूर्ति अपना प्रभाव नहीं देती। मंत्र आपकी वाणी, आपकी काया, आपके विचार सभी को प्रभावपूर्ण बनाते हैं। इसलिए 'हीलिंग' को मंत्रों से जोड़कर उसे सर्वशक्तिदायक बनाया।

वस्तुतः 'हीलिंग' अँगरेजी शब्द है जिसका मतलब स्वस्थ मन, स्वस्थ तन प्रदान करना है। कई व्यक्ति कहते हैं इस शब्द को बदल दें, क्योंकि बहुतों को इसका मतलब समझ नहीं आता है। लेकिन हमने शब्द पर ध्यान नहीं देकर उसकी शक्ति, उसके कार्य पर ध्यान दिया। आखिरकार शब्द कुछ भी हो, काम ऊर्जावान एवं सिद्धि प्रदायक होना चाहिए।

जब 'मंत्र हीलिंग' के लिए व्यक्ति विशेष को हीलिंग चेम्बर में ध्यान लगवाकर बैठाया या लिटाया जाता है, तब उसके शरीर की अंदरूनी शक्ति को डाउजिंग द्वारा जाँच कर, उसकी परेशानी को परख एवं समझकर मंत्र शक्ति का प्रयोग किया जाता है। 'मंत्र हीलिंग' और 'डाउजिंग एस्ट्रोलॉजी' एक-दूसरे के पर्याय ही हैं। डाउजिंग एस्ट्रोलॉजी से जहाँ संभावनाओं को तलाशा जाता है, उनके समाधान ढूँढे जाते हैं वहीं मंत्र हीलिंग से सभी समाधान किए जाते हैं। ठीक उसी तरह ईश्वर एक है, रूप अनेक हैं।

हमेशा याद रखें अपनी आस्था का केंद्र न बदलें। अपने विश्वास को कायम रखें। अपना ईष्ट जरूर जानें, अपनी पूजा-प्रार्थना को सही रूप, सही आकार दें। इसी में मदद मिलेगी आपको डाउजिंग एस्ट्रोलॉजी से। मंत्र हीलिंग से आप लाभ प्राप्त कर सकते हैं माइग्रेन, तनाव, अनिद्रा, दमा, ब्लड प्लेटिलेटस, डिप्रेशन, ऊपरी हवा, पुराने दर्द एवं अन्य पारिवारिक परेशानियों में।

शक्तियों से लबरेज व्यक्ति तो ऐसे व्यक्तियों को पहचान सकता है, लेकिन एक साधारण व्यक्ति कैसे जाने? हमारे अनुभव के आधार पर कुछ प्रमुख लक्षण निम्न हैं-
* स्थिर भाव से एकटक किसी भी चीज को घूरना या घूरते रहना।
* बात करते-करते बार-बार ऊपर देखना और ऊपर देखकर बात करना।
* आँखों की पुतलियों (रैटिना) का स्थिर रहना।
* व्यक्ति या वस्तु को कुछ अजीब तरीके से घूरना।
* अचानक गंदगी पसंद या इसका उल्टा अर्थात अत्यधिक सुगंध पसंद करना।
* अधिक मात्रा में शराब, सिगरेट, मांसाहार आदि चीजों का शौकीन हो जाना।
* आधी रात के बाद शरीर में कुछ अजीब-सा लगना, अपने आप में कुछ परिवर्तन पाना, गुप्त अंगों पर भारीपन या जलन का लगना।

अभिमंत्रित, मंत्रोपचारित पेंडुलम के द्वारा की जाने वाली 'हाउजिंग' ही यहाँ आपकी मदद कर सकती है। यह आपके लिए अति सूक्ष्म एक्स-रे मशीन का कार्य करती है। व्यक्ति आपके सामने हो या न हो, 'डाउजिंग' के माध्यम से उसके गर्भ में आने से लेकर वर्तमान एवं भविष्य कीस्थिति तक की संपूर्ण जानकारी निकाली जा सकती है।

यदि जन्म है, मृत्यु है, आकाश है, पृथ्वी है, विज्ञान है तो ये सब भी हैं। डाउजिंग एस्ट्रोलॉजर एवं आध्यात्मिक मंत्र साधक के लिए अनहोनी को होनी करना असंभव नहीं है। कहने का तात्पर्य है कि धर्म या अध्यात्म की शक्ति सर्वोपरि है, जो अपने सही कर्म करवाती है। बिना धर्म तो कर्म अपूर्ण है।

एक बार स्थितियों की गहराई तक पहुँचते ही कार्य शुरू किया जा सकता है। कुछ लोग कहते हैं कि भूत-प्रेत, तंत्र-मंत्र कुछ नहीं होता, किसी ने देखा है क्या? लेकिन देखा तो ईश्वर को भी नहीं है, परंतु उन पर भी सभी की अटूट श्रद्धा है।

देखा तो हवा को भी किसी ने नहीं है, लेकिन महसूस तो सभी करते हैं।
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