उपचार के दौरान अस्पताल में मौत -तीन माह पहले काम की तलाश में आया था

Webdunia
बुधवार, 8 जून 2011 (00:35 IST)
आरएनटी मार्ग पर दो पहिया वाहन पर जा रहे एक युवक को तेज रफ्तार कार (इनोवा) ने जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर रुप से घायल हुआ युवक काफी देर तक घटनास्थल पर पड़ा रहा, लेकिन राहगीरों और वाहन चालकों ने उसकी मदद नहीं की। इसी दौरान वहाँ से गुजर रही एक महिला उसे रिक्शा में लेकर अस्पताल पहुँची, लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए।
दुर्घटना मंगलवार दोपहर मंगलवार दोपहर आरएनटी मार्ग पर विश्वविद्यालय के सामने हुई। बगैर नंबर की होंडा बाइक पर जा रहे राकेश पिता कन्हैयालाल भिलाला (18) निवासी ग्राम भरड़ शाजापुर को इनोवा वाहन एमपी 09-एलए 8888 के चालक ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही युवक सड़क पर गिर पड़ा और इनोवा वाहन उस पर से गुजर गया। युवक के सिर और चेहरे पर गंभीर चोट आई और उसके मुँह से रक्त का फव्वारा फूट पड़ा। दुर्घटना होते ही वहाँ भारी भीड़ जमा हो गई लेकिन किसी ने भी घायल युवक को अस्पताल पहुँचाने के प्रयास नहीं किया।
महिला ने की मदद
अस्पताल पहुँचाया (हाफ फोटो..)
भीड़ देखकर वहाँ से गुजर रही सुनीता स्वामी नामक महिला रुक गई। उन्होंने जब युवक को बुरी तरह जख्मी देखा तो भीड़ से उसे तुरंत अस्पताल ले जाने में मदद करने के लिए कहा। इस पर नरेंद्र पारीख नामक युवक आगे आया। उसकी मदद से घायल को ऑटो रिक्शा में डालकर एमवाय अस्पताल पहुँचाया। अस्पताल पहुँचते ही डॉक्टरों ने उसका उपचार शुरु किया लेकिन कुछ ही देर में युवक की मौत हो गई।
भागकर थाने पहुँच गया वाहन चालक...
दुर्घटना के बाद घबराया इनोवा चालक वाहन लेकर छोटी ग्वालटोली थाने पहुँच गया, जहाँ पुलिस ने वाहन जब्त कर चालक को गिरफ्तार कर लिया। इनोवा वाहन अनिल कुमार निरंजन के नाम पर पंजीबद्ध है।
मोबाइल से हुई पहचान
युवक के पास मिले मोबाइल के आधार पर उसकी पहचान हो सकी। सुनीता स्वामी ने युवक के परिजनों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद परिजन शाजापुर से इंदौर के लिए रवाना हो गए।
तीन माह पहले आया था नौकरी की तलाश में
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार राकेश लगभग तीन माह पहले काम की तलाश में इंदौर आया था। उसके पिता शाजापुर जिले के भराड़ गाँव में मजदूरी करते हैं। पाँच भाई बहनों में राकेश सबसे बड़ा था। वह इंदौर में किसी फेक्ट्री में काम कर रहा था। दुर्घटना के समय वह जिस बाइक पर सवार था वह किसकी है यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
पहना होता हेलमेट, तो बच जाती जान
दुर्घटना में राकेश का सिर और चेहरा बुरी तरह जख्मी हो गया था। एमवाय अस्पताल में उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों के अनुसार अगर दुर्घटना के वक्त वह हेलमेट पहने होता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी।-नगर प्रतिनिधि

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