इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशों पर इंदौर में प्रशासन ने शुक्रवार को भू-माफिया के खिलाफ अभियान शुरू किया और अवैध निर्माण गिराकर करीब 38 एकड़ सरकारी जमीन मुक्त कराई। इस भूमि का बाजार मूल्य 1,000 करोड़ रुपए से अधिक है।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) पवन जैन ने संवाददाताओं को बताया कि हमने इस अभियान के दौरान शहर के कनाड़िया रोड पर कुल 38 एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण ढहाए। अतिक्रमण से मुक्त कराई गई इस जमीन का वर्तमान बाजार मूल्य करीब 1,000 करोड़ रुपए है। उन्होंने बताया कि प्रशासन, इंदौर नगर निगम (आईएमसी) और पुलिस की संयुक्त मुहिम के दौरान कनाड़िया रोड पर सीलिंग की सरकारी जमीन पर कथित तौर पर अवैध रूप से बनाए गए दो बड़े 'मैरिज गार्डन' भी गिराए गए।
आईएमसी के उपायुक्त संदीप सोनी ने बताया कि भू-माफिया के खिलाफ शुरू की गई मुहिम के तहत कनाड़िया रोड पर सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गईं करीब 90 छोटी-बड़ी दुकानों को भी ढहा दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान ने हाल ही में स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए थे कि भू-माफिया के खिलाफ अभियान चलाकर सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया जाए।
आज इंदौर जिले में माफियाओं के विरुद्ध हुई कार्रवाई में 3 प्रकार की कार्रवाई की गई है जिसमें नगर निगम द्वारा अवैध निर्माण और अतिक्रमण को हटाया गया, जिला प्रशासन द्वारा 38 एकड़ की सीलिंग की जमीन को मुक्त कराया गया, जिसका व्यावहारिक मूल्य लगभग 1,000 करोड़ रुपए है तथा उक्त जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों द्वारा पैसे लेकर सड़क किनारे चौपाटी एवं अन्य स्टॉल जो लगवाए जा रहे थे, उनको भी हटाया गया।
शुक्रवार की सुबह जब कई लोग सोकर भी नहीं उठे तब शहर के कनाड़िया रोड पर रिवाज और प्रेमबंधन नाम के दो गार्डन ध्वस्त कर दिए गए। इसके साथ ही इन गार्डन के मालिकों के परिवार के 2-3 मकानों पर भी बुलडोजर चलेगा। यह निर्माण अवैध तरीके से किए गए हैं। यह गार्डन युनूस पटेल और उसके परिवार के बताए जा रहे हैं। प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई के लिए गुरुवार रात में ही तैयारी कर ली गई थी। अधिकारियों के मुताबिक यह कार्रवाई शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे शुरू की गई। कनाड़िया रोड पर 750 मीटर लंबाई में दोनों तरफ 150 अवैध निर्माण तोड़े गए।
प्रेमबंधन गार्डन को तोड़ने की कार्रवाई सुबह 6 बजे से शुरू की गई। इसके साथ ही रिवाज गार्डन को भी तोड़ा गयाकार्रवाई स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। कनाड़िया रोड पर वाहनों की आवाजाही रोककर कार्रवाई की गई। अब तक कोई भी पक्ष विरोध करने नहीं पहुंचा। तोड़फोड़ की कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से जारी है। रिवाज गार्डन के सोफे, एसी, टेबल, पंखे और कुर्सियां आदि सड़क पर रख दिए गए हैं।
अपर आयुक्त संदीप सोनी ने बताया कि रिवाज गार्डन पूरी तरह अवैध है और प्रेमबंधन गार्डन को 1998 में जालसाजी से पंचायत से ली गई अनुमति के आधार पर बनाया गया है। भूमाफियाओं ने जो बिल्डिंग परमिशन बताई है, उसमें सरपंच के हस्ताक्षर हैं जबकि सचिव के हस्ताक्षर भी होने चाहिए। माफियाओं और तत्कालीन सरपंच के खिलाफ एफआइआर कराई जाएगी।