Red Church Indore: कैथोलिक सभा रेड चर्च इंदौर यूनिट द्वारा आयोजित मरणाथा-II ने एडवेंट के पवित्र अवसर पर भक्ति, संगीत और आत्मिक चिंतन का एक अनोखा अनुभव प्रस्तुत किया। इस आयोजन ने आध्यात्मिकता, एकता और सामूहिक भक्ति का संदेश देते हुए सभी को प्रभु के करीब लाने का कार्य किया। कार्यक्रम में विभिन्न संप्रदायों से जुड़े विशेष अतिथि उपस्थित रहे, जिन्होंने इस भक्ति-पूर्ण शाम की शोभा बढ़ाई।
यह आयोजन न केवल रेड चर्च यूनिट का, बल्कि सभी समुदायों का उत्सव बन गया, जिसमें प्रेम, एकता और आध्यात्मिकता की भावना का आदान-प्रदान हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और मुख्य अतिथि रेव. बिशप थॉमस मैथ्यू, बिशप ऑफ इंदौर डायोसी के पारंपरिक स्वागत से हुआ। इस भव्य आयोजन का परिचय और मरणाथा का महत्व डैनिस कैस्टिलिनो ने प्रभावशाली तरीके से समझाया।
उन्होंने बताया कि मरणाथा का अर्थ है 'आओ, प्रभु आओ,' और यह आयोजन प्रभु के आगमन की प्रतीक्षा का प्रतीक है। पूरे कार्यक्रम का सुंदर संचालन श्रीमती नताशा लोपेज और डैनिस कैस्टिलिनो ने किया। उनकी ऊर्जावान और भावनात्मक एंकरिंग ने दर्शकों को पूरे समय जोड़े रखा।
शाम का मुख्य आकर्षण ब्रदर दीपक दुलारे और उनकी टीम की आत्मा को छू लेने वाली प्रस्तुति रही। उनकी गायकी में शामिल 'आत्मा से भर दे मुझे, मैं जाऊंगी बप्टिस्म के लिए पानी, येशु दया सागर' जैसे भक्ति गीतों ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी। हर गीत ने आत्मिक शांति और प्रेम का अनुभव कराया। रेड चर्च की युवा टीम द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना नृत्य ने भी सभी को भक्ति और आनंद की अनुभूति कराई। इसके अतिरिक्त, कैथोलिक सभा की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, जिसमें संगठन की उपलब्धियों और भविष्य के लक्ष्यों को साझा किया गया।
इस कार्यक्रम की सफलता में एंथनी विभुते, कोषाध्यक्ष और श्रीमती रोज स्टेनली सचिव का विशेष योगदान रहा। उनकी मेहनत और समर्पण ने इस आयोजन को यादगार और प्रभावशाली बनाया। मरणाथा-II न केवल भक्ति संगीत का मंच था, बल्कि विभिन्न समुदायों को एक साथ लाने और प्रभु के प्रति अटूट विश्वास को साझा करने का अवसर भी था। यह जानकारी विक्टर सोलोमन, पीआरओ, रेड चर्च इंदौर ने दी। कार्यक्रम का समापन मुख्य अतिथि के प्रेरणादायक विचारों, टीम को सम्मान स्वरूप स्मृति चिह्न भेंट और धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। राष्ट्रीय गान ने इस भक्ति-पूर्ण शाम को एक गौरवशाली विराम दिया।