ग्राम असरावद बुज़ुर्ग में मना सोलर मकर संक्रांति उत्सव
जिम्मी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट द्वारा इंदौर जिले के असरावद बुज़ुर्ग गांव में राजेंद्र सिंह, चंचल कौर व बेटे गुरुबक्श सिंह के खेत पर सोलर मकर संक्रांति उत्सव मनाया गया। यहां डॉ. जनक पलटा मगिलिगन ने सोलर कुकर व सोलर ड्रायर का उद्घाटन कर सोलर मकर सक्रांति उत्सव को अनूठे अंदाज में मना कर पर्व का आनंद लिया।
राजेंद्र सिंह अपने परिवार के साथ पिछले तीन साल से जैविक खेती कर रहे हैं। जनक दीदी ने उनको हार्दिक बधाई दी कि जिस जज्बे के साथ उन्होंने जिम्मी मगिलिगन सेंटर से सोलर कुकर पर खाना बनाना सीखा और उसे अमल में ला रहे हैं वह प्रशंसनीय है। राजेंद्र सिंह ने सेंटर पर यह भी सीखा कि अपनी खेत को जैविक पोषण कैसे दे सकते हैं साथ ही मिटटी के सभी उपचार भी यहीं से जाने।
उन्होंने बताया कि नीम, गोमूत्र,पंचपत्ती काढ़ा, अमृत जल सभी उबालने के लिए अब वे सोलर कुकर का इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने सेंयर पर ना सिर्फ सीखा बल्कि अपने खेत पर सोलर कुकर व सोलर ड्रायर लगा भी लिया अब उन्हें लगता है कि इसके फायदे देखकर आसपास के किसान भी सस्टेनेबल खेती के लिए प्रोत्सहित होंगे।
उन्होंने परस्पर बातचीत में ही स्पष्ट किया कि सोलर ड्रायर किस तरह फलों और सब्जियो को सुखाने के लिए काम आता है। सोलर ड्रायर पर फल व सब्जियां सुखाने पर फल व सब्जी आदि का कलर नहीं बदलता और वह साफ भी रहती है। खुले मे सुखाने से कलर निकल जाता है और धूल, मिट्टी आदि भी उसमें मिल जाती है। हमें सोलर ऊर्जा बहुत आसानी से बल्कि वह बहुतायत में भी उपलब्ध है, उसका फायदा अवश्य लेना चाहिए।
भारत ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को 2030 में पूरा कर लेने का संकल्प लिया है। सोलर कुकर व सोलर ड्रायर जैसे अक्षय स्त्रोतों के भरपूर उपयोग से ही यह सहज संभव होगा। हमें फॉसिल फ्यूल का उपयोग कम से कम करना है ताकि पर्यावरण व सभी प्राणियों का स्वास्थ्य अच्छा रह सके।
राजेंद्र सिंह व उनकी पत्नी चंचल ने मकर सक्रांति के पर्व पर अपने खेत के गेंहु व चने का प्रसाद सोलर कुकर पर पका कर सबसे पहले डॉ. जनक पलटा मगिलिगन को खिला कर शुभारंभ किया।
इंदौर के आईटी विशेषज्ञ समीर शर्मा, मेटल आर्टिस्ट देवल वर्मा, निक्की सुरेका तथा आसपास के ग्रामीण जनों ने शामिल होकर अनूठा सोलर मकर सक्रांति उत्सव मनाया। उनके साथ कई युवा किसान, ग्रामवासी व इंदौर से आए युवा भी शरीक हुए।