उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के महाकुंभ में जाने के लिए कितनी दीवानगी और पागलपन है इसका अंदाजा इंदौर रेलवे स्टेशन पर जमा हो रही भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है। इंदौर रेलवे स्टेशन ट्रेनों में सवार होने के लिए एक तरह से यात्री अपनी जान पर खेल रहे हैं। यहां ट्रेनों में खिड़कियों से लोग एंट्री ले रहे हैं। प्लेटफॉर्म पर बेइंतहा भीड़ हो रही है।
प्रयागराज से आते ही ट्रेन में चढ़ने की होड़ : प्रयागराज जाने की ऐसी जिद है कि लोग प्रयागराज से आने वाली ट्रेन में पहले ही सवार हो रहे हैं। इंदौर प्रयागराज एक्सप्रेस इंदौर से दोपहर करीब 12 बजे रवाना होती है। लेकिन लोग इसमें प्रयागराज से आते ही चढ़ रहे हैं। हालात यह है कि जिन लोगों ने रिजर्वेशन कर रखा है, उन्हें भी सीट नहीं मिल पा रही है।
4-4 घंटे इंतजार कर रहे लोग : इंदौर रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर 6.30 बजे उद्घोषणा हुई कि कुछ ही देर में आंबेडरक नगर-प्रयागराज ट्रेन आने वाली है। चार से पांच घंटे तक ट्रेन के इंतजार में बैठे यात्री तैयार हो गए। इस बीच प्लेटफार्म के पंखे शुरू करने का अनाऊंस भी होने लगा। ट्रेन प्लेटफार्म पर आने से पहले पुलिसकर्मी सक्रिय हो गए और उन्होंने चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने वाले यात्रियों को चेतावनी देना शुरू की दी।
धक्का मुक्की, चढ़ने की होड़ मची : ट्रेन रुकने के बाद जिस डिब्बे में जगह पाने के लिए धक्का-मुक्की मचने लगी तो वहां पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाला। कुछ यात्री आपातकालीन खिड़की से भीतर जाकर अपनी सीट सुरक्षित करने लगे। इस बीच एक महिला यात्री का मोबाइल पटरी पर गिर गया। पुलिसकर्मियों ने पटरी से मोबाइल उठाकर महिला यात्री को दिया। तब तक एक पुलिसकर्मी लोको पायलेट के पास गाड़ी रुकवाने के लिए खड़ा था। प्लेटफार्म पर ट्रेन दस मिनट के लिए रुकी। इंदौर से सभी डिब्बों में भीड़ नजर आई,जबकि उज्जैन में भी इस ट्रेन का यात्री बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
Edited By: Navin Rangiyal