इंदौर (मध्यप्रदेश)। हत्या के जुर्म में इंदौर के केंद्रीय जेल में दोहरी उम्रकैद भोग रहे 34 वर्षीय बंदी ने बुधवार देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
एमजी रोड पुलिस थाने के प्रभारी डीवीएस नागर ने बताया कि हत्या के एक मामले में वर्ष 2008 के दौरान अदालत द्वारा दोषी करार दिए गए ललित उर्फ कालू (34) ने अपने पायजामे के नाड़े से उसकी बैरक में फांसी लगा ली।
थाना प्रभारी ने बताया कि सजायाफ्ता कैदी की मौत के मामले की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। इस बीच, केंद्रीय जेल की अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि ललित को एक हत्याकांड में दोहरी उम्रकैद सुनाई गई थी।
सोनकर ने बताया कि अन्य कैदियों से ललित के विवाद के चलते उसे जेल की अलग बैरक में रखा गया था। जेल अधीक्षक के मुताबिक 34 वर्षीय कैदी ने अपने पायजामे के नाड़े का फंदा बनाया और अपनी बैरक के दरवाजे पर बुधवार रात 11:45 बजे के आसपास लटककर फांसी लगा ली।
उन्होंने यह भी बताया, ललित के कब्जे से हाल ही में तंबाकू जब्त किया गया था, लेकिन हमारी पूछताछ के दौरान उसने नहीं बताया कि उसे जेल में किसने तंबाकू लाकर दिया। जेल अधीक्षक ने बताया कि कैदी की मौत के मामले की न्यायिक जांच होगी।(भाषा)