नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले मॉनसून को लेकर भविष्यवाणी कर दी है। IMD के मुताबिक इस साल सामान्य मॉनसून रहेगा। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक जून से सितंबर के दौरान औसत वर्षा अब 868.6 मिमी मानी जाएगी, पहले 880.6 मिमी मानी जाती थी।
इस बार औसत की तुलना में 99% बारिश के आसार है। इसमें 96-104% बारिश को सामान्य कहा जाता है। बारिश का नया आंकड़ा 1971 से 2021 का औसत है।
कहां होगी सबसे ज्यादा बारिश : मौसम विभाग ने मॉनसून का जो पूर्वानुमान जारी किया है, उसके मुताबिक देशभर में इस साल अच्छी बारिश होगी। उत्तर भारत में सामान्य से बेहतर बारिश का अनुमान लगाया गया है। पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों में सामान्य से कम बारिश के आसार हैं।
IMD के मुताबिक मॉनसून के साथ-साथ बारिश पर ला नीना का असर भी दिखेगा। हर साल IMD दो चरणों में मॉनसून की बारिश पर पूर्वानुमान जारी करता है। पहली भविष्यवाणी अप्रैल में होती है और दूसरी जून में। पहली स्टेज में मौसम विभाग की ओर से पूरे देश में मॉनसून सीजन (जून-सितंबर) के दौरान होने वाली बारिश का पूर्वानुमान पेश किया जाता है।
मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट भी ने इस साल भारत में सामान्य मॉनसून की भविष्यवाणी की है। स्काईमेट के मुताबिक सामान्य बारिश की 65% उम्मीद है। एजेंसी ने कहा कि यह भारत के कृषि क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है जिसने कोविड की चुनौती के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया।
स्काईमेट के अनुसार, राजधानी में सामान्य तौर पर मॉनसून 26 से 27 जून तक पहुंचता है। इससे पहले राजधानी में प्री-मॉनसून की गतिविधियां होंगी। मॉनसून जुलाई में अपने पूरे जोर पर रहेगा। राजधानी में जुलाई में मॉनसून सामान्य या सामान्य से थोड़ा अधिक रहने की संभावना है।