हनीमून पर लाखों के जेवर ले जाने की जिद से लेकर आने का टिकट नहीं कराने की प्लानिंग। राजा को जंगल में ले जाने की साजिश से लेकर उससे हत्या के पहले तक मीठी मीठी बातें करने तक। ऐसी कई गलतियां या कहें कि झूठ हैं, जो सोनम रघुवंशी को सलाखों के पीछे ले जाने में मददगार साबित होंगे। कुल मिलाकर उसने राजा की हत्या का नापाक प्लान तो किया लेकिन उसमें कई ऐसी गलतियां और खामियां छोड दी कि अब पुलिस के लिए उसे दोषी साबित करना आसान होगा। जानते हैं कहां कहां फंस रही है अपने पति राजा की कातिल सोनम रघुवंशी।
लाखों के जेवर पहनकर हनीमून पर गई सोनम : सोनम ने हनीमून पर जाते वक्त भारी मात्रा में सोना पहना था। चेन, ब्रेसलेट, अंगूठियां और राजा को भी जेवर पहनाकर ले गई थी। इस बात पर राजा की मां ने भी सवाल उठाया था कि कौन हनीमून ट्रिप पर इतना जेवर लेकर जाता है? राजा ने अकेले 10 लाख रुपए से अधिक के गहने पहने थे। शक यह है कि हत्या के बाद सोनम जेवर हत्यारों के जरिए वापस मंगवाना चाहती थी। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि ये जेवर कहां हैं और क्या यह हत्या का एक आर्थिक मकसद भी था।
हनीमून जाने का टिकट, वापसी का नहीं : मेघालय पुलिस की जांच में यह चौंकाने वाली बात सामने आई कि सोनम ने मेघालय जाने का तो टिकट खुद कराया था, लेकिन वापसी का कोई टिकट बुक नहीं कराया गया था। इसका मतलब साफ है कि योजना एकतरफा थी। यह सिर्फ एक हनीमून ट्रिप नहीं, बल्कि राजा रघुवंशी की मौत की एक सुनियोजित योजना थी। सोनम ने राजा को मेघालय के एक दुर्गम इलाके में ले जाकर हत्या करवाई ताकि न कोई गवाह हो और न आसानी से सुराग मिले। लेकिन पुलिस की सतर्कता ने इस प्लान को बेनकाब कर दिया।
राजा को जंगल में ले जाने की साजिश : मेघालय पुलिस का दावा है कि सोनम ने ही हनीमून के बहाने राजा को ऐसे इलाकों में घुमाने का प्लान बनाया, जो दुर्गम और सुनसान थे। वह जानती थी कि वहां पहुंचने के बाद राजा असहाय होगा और हमला आसान होगा। सोनम ने लोकेशन के चयन से लेकर वहां जाने की तारीख तक सबकुछ बड़ी बारीकी से तय किया था। पुलिस को शक है कि वह पहले से रेकी कर चुकी थी और हत्यारों को भी रास्ता समझा चुकी थी। यह हत्या सहज नहीं बल्कि एक माइक्रो-प्लांड क्राइम था।
फोन पर बहलाने की प्लांड स्क्रिप्ट : हत्या से ठीक पहले तक सोनम फोन पर राजा से मीठी-मीठी बातें करती रही। कॉल डिटेल से पता चला कि हत्या के दिन भी वह बार-बार राजा से संपर्क में थी और उसे झूठे दिलासे देती रही। पुलिस को शक है कि यह सब पहले से स्क्रिप्टेड था ताकि राजा को किसी अनहोनी का अंदेशा न हो। अब पुलिस सोनम के फोन की रिकॉर्डिंग और चैट्स को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज चुकी है, ताकि यह साबित हो सके कि उसकी भावनाएं नकली थीं और वह सिर्फ समय खींच रही थी, ताकि हत्यारे सही वक्त पर हमला कर सकें।
अंतिम संस्कार में राज कुशवाहा : यह सबसे चौंकाने वाली बात है कि जिस राज कुशवाहा पर हत्या की साजिश का आरोप है, वह इंदौर में राजा रघुवंशी के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ था। वह वहां मौजूद था, जैसे कुछ हुआ ही नहीं। यह किसी भी आम इंसान के लिए असहनीय विडंबना है कि हत्यारा ही मृतक की चिता के पास खड़ा होकर शोक जता रहा था। पुलिस के लिए यह सुराग बेहद अहम है, क्योंकि इससे उसकी हिम्मत और पूरे प्लान की गंभीरता का अंदाजा लगता है। यह दिखाता है कि साजिश सिर्फ हत्या तक सीमित नहीं थी, बल्कि सबूत मिटाने और शक से बचने का भी हिस्सा थी।
रिपोर्ट : नवीन रांगियाल