अथर्व पंवार
हम अगर किसी भी 90 के दशक के प्रेमी से पूछें तो उसे एक धारावाहिक तो अवश्य याद आता होगा, 'एक था रस्टी'। यह रस्किन बांड की कहानियों पर ही आधारित था। साहित्य में रुचि रखने वाले रस्किन बांड को एक 'प्यारे लेखक' और ' बच्चों का लेखक' के रूप में देखते हैं। चलिए जानते हैं उनके बारे में कुछ खासबातें -
1 रस्किन बांड ने अपना पहला उपन्यास 17 वर्ष की आयु में ही लिख दिया था। जिसका नाम 'the room on the roof' है। इसके लिए उन्हें जॉन लेवेलिन मेमोरियल पुरस्कार मिला था।
2 वे बच्चों से बहुत प्रेम करते हैं। उन्होंने बच्चों के लिए 40 से अधिक पुस्तकें लिखी है।
3 उनकी रचनाओं पर फ़िल्में भी बन चुकी है जिसमें 'फ्लाइंग ऑफ़ पिजंस' पर बनी 'जूनून' , 'सूज़ेन्स सेवन हस्बैंड' पर बनी '7 खून माफ़' और बालकथा 'ब्लू अम्ब्रेला' विख्यात है।
4 उन्हें 1999 में पद्मश्री और 2014 में पद्मा भूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इसी के साथ 2012 में दिल्ली सरकार से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड भी प्राप्त हुआ है।
5 वे अभी तक 500 से अधिक लघु कथाएं, निबंध, लघु उपन्यास लिख चुके हैं। अंग्रेजी साहित्य में लिखे गए उनके कहानी संग्रह 'ओवर ट्रीज स्टील ग्रो इन देहरा' के कारण उन्हें 1992 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।