यूएससीआईआरएफ ने यह भी पाया कि सात अन्य देश (मिस्र, इराक, नाइजीरिया, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और वियतनाम) भी विशेष रूप से चिन्ता वाले देशों की श्रेणी में आते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया कि यूएससीआईआरएफ विदेश एवं गृह सुरक्षा विभागों से यह अनुरोध करता है कि उन विदेशी नागरिकों की ‘लुकआउट’ सूची तैयार की जाए जिनका इस आधार पर अमेरिका में आना अस्वीकार्य हैं।
रिपोर्ट में कहा गया कि आयोग ने नवंबर 2012 को तत्कालीन विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन को एक पत्र लिखकर मोदी के खिलाफ अमेरिकी नीति जारी रखने के लिए कहा था क्योंकि उसे अनुमान था कि गुजरात के मुख्यमंत्री वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
अदालत ने किसे माना था दोष ी...
किसने दी थी नरेन्द्र मोदी को क्लीन चि ट...
वहीं दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी ने जकिया जाफरी की शिकायत की जांच करने के बाद 2002 में गोधरा कांड के बाद हुए दंगों के मामले में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दी थी।
एसआईटी के वकील आरएस जमुआर ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और अन्य ने मुख्यमंत्री को निशाना बनाकर झूठी शिकायत दर्ज करवाई। मुख्यमंत्री ने कभी भी जाकर लोगों की हत्या करने की बात नहीं कही।