सिर पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर के इनाम रखने जाने के बाद अमेरिका पर प्रहार करते हुए हाफिज सईद ने मंगलवार को कहा कि नाटो आपूर्ति के बहाल होने और ड्रोन हमलों के उसके देशव्यापी विरोध से वाशिंगटन ‘हताश’ था।
अल जजीरा चैनल ने लश्कर-ए-तय्यबा के संस्थापक सईद के हवाले से कहा कि हम गुफाओं में नहीं छिपे हुए हैं कि हमें खोजने के लिए इनाम रखा जाए। मेरा मानना है कि नाटो आपूर्तियों के बहाल होने और ड्रोन हमलों के खिलाफ हमारे देशव्यापी विरोध के कारण अमेरिका हताश है।
उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि या तो अमेरिका को बहुत सीमित जानकारी है और वह भारत द्वारा दिए जा रहे गलत सूचनाओं के आधार पर फैसले ले रहा है या वह हताश है। सईद ने दावा किया कि पाकिस्तान के रास्ते नाटो आपूर्ति मार्ग के फिर से खोले जाने के विरोध में रैलियां आयोजित करने से उत्तेजित अमेरिका ने यह कदम उठाया। पिछले साल नवंबर में सीमा पार से हुए हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने के बाद इस मार्ग को बंद कर दिया गया था।
अमेरिका ने सोमवार रात पाकिस्तान स्थित जमात उद दावा प्रमुख के सिर पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा था। हाफिज सईद 26/11 मुंबई हमलों का साजिशकर्ता भी है। भारत ने आज इस कदम का स्वागत किया और कहा कि इससे लश्कर और उनके संरक्षणकर्ताओं को मजबूत संकेत मिलता है कि आतंकवाद से निपटने में अंतरराष्ट्रीय समुदाय एकजुट है।
इस बीच पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने कहा कि उन्हें अमेरिका से अब तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। उन्होंने रेखांकित किया कि सईद को नजरबंद कर रखा गया था, लेकिन उच्चतम न्यायालय ने उसे जमानत दे दी। सईद के सिर पर अमेरिकी इनाम सिर पर अमेरिकी इनाम रखे जाने के बाद, ‘जो भी हुआ उससे पहले हमें विश्वास में लिया जाना चाहिए था। (भाषा)