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जब AI वाली रोबोट टैक्सियों की हुई हड़ताल, ट्रैफिक हुआ जाम

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राम यादव

, मंगलवार, 2 जुलाई 2024 (14:58 IST)
AI Robot Taxi Strike: कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टीफीशियल इन्टेलिजेन्स, AI) वाली जिस क्रांति की आजकल बहुत चर्चा है, वह अमेरिका से आई है। इस बुद्धिमत्ता वाली मशीनें वे सारे कामकाज़ बड़ी तेज़ी से सीख रही हैं, जिन्हें अब तक हम मनुष्य किया करते हैं- यहां तक कि हड़ताल कर देना भी।
 
कल्पना कीजिए कि आप अमेरिका में हैं। सैन फ्रांसिस्को में रात में अपनी कार चला रहे हैं। आप एक मोड़ पर मुड़ते हैं...और एक ट्रैफिक जाम में फंस जाते हैं। पता चलता है कि यह जाम कई स्वचालित (सेल्फ-ड्राइविंग) टैक्सियों ने कर रखा है। सड़क आगे पूरी तरह से बंद है। 
 
स्वचालित टैक्सियों ने किया ट्रैफिक जाम : आप यही सोचेंगे कि स्वचालित टैक्सियां... और जाम! तो क्या यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) द्वारा आयोजित कोई हड़ताल है? क्या इन रोबोट टैक्सियों की भी अपनी कोई यूनियन है? यूनियन का क्या कोई रोबोट नेता भी है, जो अपना शक्ति प्रदर्शन करना चाहता है? 
 
सैन फ्रांसिस्को में ऐसा हो चुका है। वहां इन स्वचालित रोबोट टैक्सियों को चलाने वाली एक कंपनी का नाम है "क्रूज़"। उसमें अमेरिका की प्रसिद्ध कार निर्माता कंपनी 'जनरल मोटर्स' ने सबसे अधिक पूंजी लगा रखी है। 'जनरल मोटर्स' की सदियों से अमेरिकी कार बाजार में अच्छी धाक रही है। 
 
जब हमें लेने के देने पड़ जाएं : वैज्ञानिक गल्पकथा फिल्मों में भी, बुद्धिमान और स्वायत्त प्रौद्योगिकी के साथ-साथ, उनसे होने वाली समस्याओं की भी कोई न कोई भूमिका होती है। प्रौद्योगिकी के जन्मदाता कोई निर्णय लेने का कष्ट स्वयं करने के बदले अपनी सुविधा के लिए यह स्वायत्तता अपनी मशीनों को देना न केवल पसंद करते हैं, उन्हें यह स्वायत्तता दिए जाने पर बल भी देते हैं। शायद यही मूल समस्या है। अपने आविष्कारों पर अपना नियंत्रण बनाए रखने के बदले उन्हें स्वयं निर्णय लेने के समर्थ बना देने पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए, यदि हमें लेने के देने पड़ जाएं।
 
सैन फ़्रांसिस्को में ठीक ऐसा ही हुआ। क्रूज़ कंपनी चालक-रहित अनेक रोबोट टैक्सियों के एक बेड़े का संचालन करती है। उसकी खुशफ़हमी कभी-कभी दुःस्वप्न भी बन जाती है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता वाली उसकी स्वचालित टैक्सियों को कम से कम रात में, यात्रियों को लेने और उन्हें उनके गंतव्य तक ले जाने की अनुमति मिली हुई है। मिलमिलाकर यह सिद्धांत काफी अच्छा काम करता है। लेकिन, सॉफ़्टवेयर की गड़बड़ी के कारण सड़क पर ट्रैफ़िक जाम हो जाने की नौबत भी आ जाती है।
 
रोबोट टैक्सियों ने की हड़ताल : पिछले वर्ष जून महीने की एक रात, सैन फ्रांसिस्को की एक सड़क पर क्रूज़ कंपनी की कई (सभी?) रोबोट टैक्सियां जमा हो गईं। सड़क कई किलोमीटर दूर तक अवरुद्ध हो गई। सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाने का कारण स्पष्ट रूप से एक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी थी, जिसने तब एक ऐसी स्वचालित स्क्रिप्ट को सक्रिय कर दिया, जो कहती है कि टैक्सियों के संपूर्ण बेड़े को एक निश्चित जगह पर एकत्रित होना होगा। यह कुछ ऐसा ही था, मानो सभी टैक्सियों ने हड़ताल कर दिया।
 
हालांकि, यह प्रश्न अब भी अनुत्तरित ही है कि क्रूज़ कंपनी वाले बेड़े की सभी स्वचालित टैक्सियों को उस रात सैन फ्रांसिस्को के मध्य में ही क्यों जमा होना था। यह कंपनी रेडियो के माध्यम से आदेश देकर कुछ टैक्सियों को अपनी कार्यशाला में वापस लाने और ट्रैफिक जाम का हल निकालने में सफल रहीं, पर बाक़ी टैक्सियों को लाने के लिए उसे ड्राइवर भेजने पड़े। 
 
पुलिस-जांच के समय स्वचालित टैक्सी भागी : क्रूज़ टैक्सियों से जुड़ी यह दूसरी घटना थी। इससे कुछ समय पहले, पुलिस इस कंपनी के एक वाहन की जांच करना चाहती थी, पर वह कार अपने आप ही चालू हो कर तेजी से दौड़ पड़ी। हक्की-बक्की पुलिस बस देखती रह गई!
 
सबसे विकट स्थिति तब पैदा हो जाती है, जब किसी गंभीर रूप से घायल या बीमार व्यक्ति को तत्काल अस्पताल ले जाते समय किसी एम्बुलेंस वाहन का रास्ता, कभी किसी चालकरहित रोबोट टैक्सी के कारण रुक जाता है। सैन फ़्रांसिस्को में ऐसे उदाहरण बढ़ने के कारण वहां के अधिकारियों और निवासियों का गुस्सा समान रूप से बढ़ने लगा।
 
कंपनी द्वारा अपना बचाव : क्रूज़ कंपनी ने एक वक्तव्य में अपना बचाव करते हुए कहा कि उसकी स्वचालित रोबोट टैक्सियों का बेड़ा रातों में काम करने वाले ऐसे कर्मचारियों को मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान करता है, जिनके पास कोई विश्वसनीय परिवहन विकल्प नहीं होता। कंपनी ने सैन फ्रांसिस्को के भूखपीड़ित निवासियों को 20 लाख से अधिक भोजन-पैकेट वितरित किए हैं, और स्थानीय व्यवसायों से खाद्य पदार्थों की बर्बादी की वसूली की है। स्थानीय निवासियों के लिए यातायात जाम का जोखिम, दूसरे वाहनों द्वारा जानबूझकर कपनी की रोबोट टैक्सियों का रास्ता बाधित करने से पैदा होता है।
 
इस कंपनी का यह भी दावा है कि विरोध प्रदर्शनों ने रोबोट टैक्सियों के परिचालन को बहुत अधिक प्रभावित नहीं किया है, और इस बात पर बल दिया है कि इन टैक्सियों द्वारा अब तक एक भी मौत या जीवन-घातक घटना दर्ज नहीं की गई है। 
 
स्वचालित टैक्सियों से बढती बेरोज़गारी : क्रूज़ कंपनी के मुख्यालय के सामने सितंबर 2023 में सैन फ़्रांसिस्को के सामान्य टैक्सी चालकों ने प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि बिना ड्राइवर वाली टैक्सियां न केवल टैक्सी ड्रइवरों की बेरोज़गारी का करण बन रही हैं, सड़क यातायात को और अधिक ख़तरनाक बना रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले साल अगस्त के मध्य में क्रूज़ की एक स्वचालित टैक्सी ने एक एम्बुलेंस का रास्ता रोक लिया, जिसके कारण गंभीर रूप से बीमार एक व्यक्ति को सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। 
 
चालकरहित स्वचालित रोबोट टैक्सियां अभी ऐसी नहीं हैं कि स्वयं जान सकें कि एम्बुलेंस जैसे आपातकालीन वाहनों को रास्ता देने के लिए कब उनके सामने से हट जाना चाहिए। इन्हीं कारणों से फरवरी 2023 में, टेस्ला मोटर्स ने अपने विवादास्पद 'ऑटोपायलट' सेल्फ-ड्राइविंग सिस्टम की स्थापना रोक दी। अमेरिका के संघीय सुरक्षा नियामकों ने उसे 'दुर्घटना-जोखिम' बताया था।
 
पिछले वर्ष अक्टूबर में, फोर्ड मोटर को अपने ड्राइवर-रहित स्टार्टअप, 'अर्गो एआई' के लिए कोई खरीदार नहीं मिलने से 2.7 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। उसने उसे 2017 में 1 अरब डॉलर में हासिल किया था। ड्राइवर-रहित स्वचालित टैक्सियों के परिचालन को फिलहाल धक्का तो लगा है, पर यह मान लेना ग़लत होगा कि इस कारण उनकी कमियां दूर करने और उन्हें परिपक्व बनाने का काम थम जाएगा। 

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