अमेरिका ने पाकिस्तान को दिया सदमा, राजनयिकों को दी गई विशेष कर छूट वापस ली

Webdunia
शुक्रवार, 31 मई 2019 (19:29 IST)
इस्लामाबाद/ वॉशिंगटन। अमेरिका ने पाकिस्तानी राजनयिकों को दी गई विशेष कर छूट को वापस ले लिया है। ट्रंप प्रशासन के पाकिस्तानी राजनयिकों पर यात्रा प्रतिबंध के 1 साल से अधिक समय के बाद यह कदम उठाया गया है। इसके तहत पाक राजनयिकों को अपनी तैनाती वाले शहर से 40 किलोमीटर के दायरे में रहना होगा।
 
अमेरिका में राजनयिक कर छूट कार्यक्रम के तहत वहां कार्यरत विदेशी अधिकारियों को बिक्री, उपयोग, रहने, खाना, एयरलाइन, गैस और बिजली कर से पात्र विदेशी अधिकारियों को छूट दी जाती है। यह छूट आमतौर पर विदेशी राजनयिकों और वाणिज्य दूतों को दी जाती है। इस सुविधा का लाभ अधिकारियों के आश्रितों को भी मिलता है।
 
पाकिस्तान से प्रकाशित होने वाले 'द न्यूज इंटरनेशनल अखबार' ने वॉशिंगटन से अपनी रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों को दी गई छूट वाले कार्ड को वापस लेने का फैसला 15 मई को किया गया। उसके बाद प्रभावित कर्मचारियों को वे कार्ड सौंपने थे।
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी दूतावास में इससे प्रभावित कर्मचारियों की संख्या 20 से कुछ अधिक है। विदेशी राजनयिकों, वाणिज्य दूतों तथा अन्य संबद्ध कर्मचारी सदस्यों को आमतौर पर कर छूट 2 अंतरराष्ट्रीय संधियों (राजनयिक संबंधों पर वियेना सम्मेलन तथा वाणिज्य दूत संबंधों पर वियेना सम्मेलन) पर आधारित है।
 
चूंकि ये सुविधाएं पारस्परिकता के सिद्धांत पर आधारित हैं अत: इसका मतलब है कि जब तक अमेरिका के दूतावास और वाणिज्य दूतों को उसी प्रकार की छूट नहीं दी जाती, तब तक विदेशी अधिकारियों को वह छूट नहीं मिलेगी।
 
विदेश विभाग के प्रवक्ता ने 'द न्यूज' को इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि पाकिस्तान में अमेरिकी राजनयिक मिशन से संबंधित कर छूट का मुद्दा लंबित था, हालांकि विभाग ने कहा कि दोनों पक्ष बातचीत कर रहे हैं और मामले के सुलझने तथा कर विशेषाधिकार बहाल होने की उम्मीद है।
 
इस बारे में सवालों का जवाब देते हुए वॉशिंगटन में पाकिस्तान दूतावास ने दावा किया कि कर छूट और रिफंड का मुद्दा एक नियमित मामला है जिस पर दोनों देशों के बीच बातचीत होती रहती है। इस बारे में फिलहाल पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से कोई जवाब नहीं मिला है।
 
पिछले साल अमेरिका ने पारस्परिक आधार पर कदम उठाते हुए पाकिस्तानी राजनयिकों पर 1 मई से पाबंदी लगा दी थी। इसके तहत उन्हें तैनाती वाले शहर से 40 किलोमीटर के भीतर ही रहने की अनुमति थी। इससे पहले पाकिस्तान ने अमेरिकी राजनयिकों पर पाबंदी लगाई थी और उन्हें कबायली क्षेत्र और कराची में जाने पर प्रतिबंध लगाया था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

राष्ट्रपति पुतिन पर भड़के जेलेंस्की, रूस को लेकर कह दी बड़ी बात, अब क्या होगा Putin का रुख

Salman Khurshid : कांग्रेस नेताओं के बर्ताव से क्यों दुखी हुए सलमान खुर्शीद, कह दी चुभने वाली बात

Coronavirus Alert : पश्चिम बंगाल में कोरोनावायरस की भयानक स्थिति, दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा- ‘अगली कोविड महामारी’ अभी खत्म नहीं हुई

Pakistan में आने वाली है प्रलयकारी मुसीबत, IRSA के डरावने आंकड़ों से आतंकिस्तान में मचा हाहाकार

एलन मस्क के पिता अयोध्या में रामलला के दर्शन करने क्यों आए, बोलेंगे जय श्रीराम

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: देश में कोरोना के 3976 एक्टिव केसेस, अब तक 34 की मौत

पंजाब के तरनतारन से पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार, संवेदनशील जानकारी शेयर करने का आरोप

बड़ी खबर, तुर्किए में बने रोबोटिक लाइफबॉय नहीं खरीदेगा BMC

मेघालय में लापता हुए इंदौर के पर्यटक का शव खाई में मिला, पत्नी की तलाश जारी

अगर चीन ब्रह्मपुत्र का पानी रोक दे तो क्या होगा? हिमंता बिसवा सरमा ने दिया जवाब

अगला लेख