वॉशिंगटन/ मॉस्को। अमेरिका और रूस समेत कई देशों के नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक प्रकट करते हुए द्विपक्षीय संबधों को मजबूत करने एवं क्षेत्रीय शांति बनाए रखने में उनके योगदान को याद किया है। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने वाजपेयी के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शोक संदेश भेजा।
पुतिन ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का दुनियाभर में बड़ा सम्मान था। उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में याद किया जाएगा जिन्होंने दोनों देशों के बीच दोस्ताना और गौरवपूर्ण रणनीतिक साझेदारी में व्यक्तिगत तौर पर बड़ा योगदान दिया। हम उनके परिवार, भारत सरकार और वहां की जनता के प्रति सहानुभूति और सहयोग व्यक्त करते हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइकल पोम्पिओ ने कहा कि वाजपेयी ने प्रारंभ में समझ लिया था कि अमेरिका-भारत साझेदारी से विश्व की आर्थिक समृद्धि और सुरक्षा को बल मिलेगा तथा दोनों की अर्थव्यवस्थाएं उनकी दृष्टि से लाभान्वित होती रहेंगी।
उन्होंने गुरुवार को एक बयान में कहा कि अमेरिका की जनता की ओर से मैं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के देहावसान पर भारत के लोगों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं प्रकट करता हूं। उन्होंने वाजपेयी के वर्ष 2000 में कांग्रेस को संबोधित करते हुए दिए गए भाषण भाषण को याद किया, जब उन्होंने अमेरिका-भारत संबंध को साझे प्रयासों की स्वाभाविक साझेदारी करार दिया था।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने वाजपेयी के निधन पर ट्वीट कर शोक जताया। इसमें उन्होंने कहा कि मुझे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की खबर सुनकर बड़ा दु:ख हुआ। दिवंगत आत्मा को शांति मिले। मोदी को भेजे संदेश में ओली ने कहा कि दिवंगत वाजपेयी एक दूरदर्शी नेता थे और वे भारत की नि:स्वार्थ सेवा के लिए याद किए जाएंगे। उनके निधन से भारत और दुनिया ने एक विराट हस्ती और नेपाल ने एक सच्चे दोस्त और शुभेच्छु को खो दिया है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी वाजपेयी के निधन पर शोक प्रकट किया और कहा कि उन्होंने श्रीलंका में स्थायित्व में अहम भूमिका निभाई। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी वाजपेयी के निधन पर गहरा दु:ख प्रकट किया और कहा कि वे हमारे अजीज दोस्त और सम्मानित नेता थे।
पाकिस्तान सरकार और नामित प्रधानमंत्री इमरान खान एवं पीएमएल-एन के प्रमुख शहबाज शरीफ समेत शीर्ष नेताओं ने वाजपेयी के प्रति श्रद्धांजलि प्रकट की और कहा कि उन्होंने द्विपक्षीय संबंध में बदलाव लाने में योगदान दिया। पाक विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वाजपेयी एक प्रख्यात राजनेता थे जिन्होंने भारत-पाकिस्तान संबंधों में बदलाव लाने में योगदान दिया। वे दक्षेस और क्षेत्रीय सहयोग और विकास के प्रमुख समर्थक थे।
मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यमीन अब्दुल गयूम ने भी वाजपेयी के निधन के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को शोक संदेश भेजा व कहा कि राष्ट्रीय क्षति के इस समय में मालदीव की जनता और सरकार की ओर से मैं भारत की जनता और सरकार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने मोदी को पत्र भेजकर वाजपेयी के निधन पर शोक प्रकट किया। इसमें कहा गया कि वाजपेयी ने अपने साहसी नेतृत्व और आम आदमी के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति से भारत को दिशा प्रदान की। साथ ही सरकार ने निर्णय लिया कि वाजपेयी के सम्मान में मॉरीशस के भवनों पर भारतीय ध्वज के साथ मॉरीशस का ध्वज भी आधा झुका रहेगा।
इसराइल के विदेश मंत्रालय के महानिदेशक युवल रोटेम ने कहा कि उन्हें भारत के पूर्व प्रधानमंत्री के निधन की खबर से बहुत दु:ख हुआ। उन्होंने वाजपेयी और इसराइल के पूर्व प्रधानमंत्री एरियल शेरॉन की हाथ मिलाते हुए एक तस्वीर भी जारी की। भूटान के पूर्व प्रधानमंत्री त्सेरिंग टोबगे ने ट्वीट कर वाजपेयी के निधन पर संवेदना प्रकट की। (भाषा)