बांग्लादेशी मीडिया मुगल को फांसी, पुश्तैनी गांव में दफन

Webdunia
रविवार, 4 सितम्बर 2016 (14:09 IST)
ढाका। बांग्लादेश के कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी के नेता और मीडिया मुगल मीर कासिम अली को रविवार तड़के माणिकगंज में उसके पुश्तैनी गांव में दफन कर दिया गया। युद्ध अपराधों के मामले में शनिवार रात उसको फांसी दी गई थी।
 
मीर कासिम (63) को जमात का प्रमुख वित्तपोषक माना जाता था। उसे शनिवार रात 10.30 बजे ढाका के बाहरी हलाके में स्थित काशिमपुर सेंट्रल जेल में फांसी दी गई।
 
समाचार वेबसाइट 'बीडीन्यूज24' के अनुसार रात 12.30 बजे के बाद काशिमपुर जेल से 3 एम्बुलेंस रवाना हुईं जिनमें से एक में मीर कासिम का शव था। इन एम्बुलेंस के साथ अग्निशमन सेवा विभाग की 1 कार, आरएबी और पुलिस दल के 6 वाहन और 3 अन्य कारें भी थीं।
 
मीर कासिम के रिश्तेदार पहले ही माणिकगंज के चाला गांव पहुंच गए थे। उसका शव तड़के करीब 2.45 बजे उसके गांव ले जाया गया और फिर जनाजे की नमाज के बाद करीब 3.30 बजे दफन कर दिया गया। पुलिस ने बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी थी।
 
अली को फांसी दिए जाने के साथ ही बांग्लादेश द्वारा 1971 के युद्ध अपराधियों के खिलाफ 2010 में शुरू किए गए अभियान के बाद से अब तक 6 युद्ध अपराधियों को फांसी दी जा चुकी है। (भाषा)
 
Show comments

जरूर पढ़ें

Israel-Iran Conflict : इजराइल-ईरान में क्यों है तनाव, भयंकर युद्ध हुआ तो भारत पर क्या होगा असर

एयर इंडिया विमान हादसे का क्या कनेक्शन है जगन्नाथ मंदिर और अच्युतानंद महाराज की गादी से

विमान हादसे में तुर्की का तो हाथ नहीं? बाबा रामदेव के बयान से सनसनी

इंसानी गलती या टेक्नीकल फॉल्ट, AI-171 के ब्लैक बॉक्स से सामने आएगा सच, जानिए कैसे खोलते हैं हादसे का राज

डोनाल्ड ट्रंप बोले- ईरान के पास बातचीत का दूसरा मौका, परमाणु समझौता कर तबाही को बचा लो

सभी देखें

नवीनतम

कोलकाता के खिदिरपुर बाजार में आग लगी भीषण आग, 1200 से अधिक दुकानें जलकर खाक

एक बॉडी बैग में दो सिर, परिजन ने मांगा पूरा शव, फिर से होगा DNA, प्‍लेन क्रैश में मिले शवों की पहचान बनी चुनौती

महाराष्ट्र में वर्षाजनित घटनाओं में 18 लोगों की मौत, 6 मवेशी भी मारे गए

पश्चिम एशिया के घटनाक्रम के बीच जयशंकर की यूएई और आर्मेनिया में अपने समकक्षों से बातचीत

16वीं जनगणना के लिए अधिसूचना जारी, जानिए कब से शुरू होगी Census

अगला लेख