BLA का दावा, लड़ाई जारी है, पाकिस्तान के दावे को किया खारिज, भारत से मांगा समर्थन

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 13 मार्च 2025 (19:47 IST)
Train hijack in Pakistan: बलूचिस्तान में क्वेटा के पास ट्रेन हाईजैक करने वाली बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तानी सेना के दावे पर सफलता पर सवाल उठा दिए हैं। बीएलए ने दावा किया है कि बलूचिस्तान में ऑपरेशन अब भी जारी है। इस झड़प में पाकिस्तानी सेना को काफी नुकसान पहुंचा है। साथ ही बलूचिस्तानी विद्रोहियों ने पाक सेना पर आरोप लगाया है कि वह निहत्थे लोगों को निशाना बना रही है।
 
BLA ने पाकिस्तान के उन दावों को किया है, जिनमें कहा गया था कि सेना ने हाईजैक की गई ट्रेन के यात्रियों को बचा लिया है और ऑपरेशन खत्म हो गया है। विद्रोही संगठन के मुताबिक  जमीनी हकीकत इससे अलग है। लड़ाई अभी भी कई मोर्चों पर जारी है और पाक सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। संगठन ने कहा कि पाकिस्तान अपनी हार को छिपाने के लिए झूठा प्रचार कर रहा है। ALSO READ: बलूचिस्तान पर पाकिस्तानी कब्जे की संपूर्ण कहानी
 
विद्रोहियों का पाक सेना पर आरोप : बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने सेना पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह निर्दोष और निहत्थे बलूच नागरिकों को निशाना बना रही है। BLA ने यह भी कहा कि उन्होंने पाकिस्तान को युद्धबंदियों की अदला-बदली करने का मौका दिया था, लेकिन पाकिस्तानी सेना ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और संघर्ष जारी रखने का फैसला किया। बीएलए ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने सैनिकों को मरने के लिए छोड़ दिया है।  ALSO READ: बलूचिस्तान की खनिज संपदा पर चीन की लालची नजर और पाकिस्तानी दमन की खौफनाक कहानी
 
बीएलए ने कहा है कि उन्होंने कई बंधकों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है। संगठन ने दावा कि 17 से अधिक पाक सैनिक अभी भी लापता हैं। उन्हें दूसरी सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है। जबकि, पाकिस्तान ने सभी सैनिकों और नागरिकों को बचाने का दावा किया था। बीएलए ने कहा कि यदि पाकिस्तान के दावे में दम है तो उसे वहां पर पत्रकारों को आने देना चाहिए। ALSO READ: बलूचिस्तान से लेकर POK में उथल-पुथल शुरू, क्या सच होगी जयशंकर की बात?
 
भारत से मांगा समर्थन : दूसरी ओर, ट्रेन हाईजैक को लेकर लंदन में बलूच मानवाधिकार परिषद के सूचना सचिव खुर्शीद अहमद ने इस घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि पाकिस्तान कमजोर हो रहा है, जबकि बलूच स्वतंत्रता सेनानी मजबूत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं रुकेंगी। अहमद ने कहा कि ऐसी कठोर परिस्थितियों में भी बलूच स्वतंत्रता सेनानियों ने मानवाधिकार मानकों का पालन किया और बुजुर्ग, महिलाओं, बच्चों और परिवारों को क्वेटा वापस जाने दिया। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान की स्थिति की मांग है कि भारत और पश्चिमी शक्तियों को बलूच के राष्ट्रीय संघर्ष का समर्थन करना चाहिए।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ईरान को लेकर रूस ने अमेरिका को दी चेतावनी, पुतिन की चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग से फोन पर बात, तीसरा विश्व युद्ध छिड़ने के कितने आसार

राजा रघुवंशी हत्‍याकांड में नई मिस्‍ट्री गर्ल की एंट्री, कौन है सोनम की नई राजदार, क्‍यों उलझ रही गुत्‍थी?

जस्टिस यशवंत वर्मा मामले में चौंकाने वाला खुलासा, supreme court panel ने सौंपी रिपोर्ट, महाभियोग की सिफारिश

तत्काल टिकट के लिए 1 जुलाई से पहले लिंक करना होगा आधार, वरना नहीं होगी बुकिंग, जानिए कैसे करें

Tej Pratap Yadav का X पर पोस्ट- शुरुआत तुमने की, अंत मैं करूंगा, किसकी ओर इशारा

सभी देखें

नवीनतम

UP : नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, मेला देखने गई थी लड़की, 4 आरोपी गिरफ्तार

Coronavirus : महाराष्ट्र में कोरोना के 59 नए मामले, 1 व्यक्ति की मौत

Air India Plane Crash : अब Black Box बताएगा हादसे का सुराग, AAIB तय करेगा कहां डिकोड किया जाए

व्हाइट हाउस ने कर दिया खुलासा, ईरान पर कब हमला करेंगे डोनाल्ड ट्रंप, नेतन्याहू बोले- सुरक्षित नहीं खामेनेई

Raja Raghuvanshi Murder Case : सोनम कर रही है गुमराह, उसे इंदौर लाया जाए, राजा रघुवंशी के भाई ने की मांग

अगला लेख