माली में कार बम हमले में 50 लोगों की मौत

Webdunia
बुधवार, 18 जनवरी 2017 (23:20 IST)
गाओ। माली में शांति बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध मिलिशिया समूहों को निशाना बना कर किए गए आत्मघाती हमले में बुधवार को करीब 50 लोग मारे गए और अशांत उत्तरी क्षेत्र को स्थिर करने के लिए लंबे समय से जारी प्रयासों को ताजा झटका लगा।
 
क्षेत्र के सबसे बड़े शहर गाओ में पूर्व विद्रोहियों एवं सरकार समर्थक मिलिशया के एक शिविर को निशाना बनाकर यह कार बम हमला किया गया। दोनों ने सरकार के साथ 2015 में एक शांति समझौता किया था।
 
हमला तुआरेग नेतृत्व वाले सीएमए आंदोलन के पूर्व विद्रोहियों एवं सरकार समर्थक मिलिशिया के पूर्व सदस्यों के संयुक्त गश्ती पर जाने की तैयारी करने के दौरान हुआ। शांति समझौते की शतोर्ं के तहत गश्ती की तैयारी की जा रही थी।
 
माली का उत्तरी क्षेत्र 2012 में तुआरेग के नेतृत्व वाले विद्रोहियों और अलकायदा से सम्बद्ध जेहादी समूहों के कब्जे में चला गया था। बाद में इस्लामियों ने विद्रोहियों को एकतरफ कर क्षेत्र पर अकेले नियंत्रण स्थापित कर लिया।
 
हमले के बाद राष्ट्रपति इब्राहीम बौबाकर कीटा ने तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित करने का आदेश दिया। हाल के वर्षोंं में देश में हुआ यह सबसे बुरा हमला है। सरकारी टीवी चैनल ओआरटीएम के अनुसार तत्काल 47 लोगों के मारे जाने और कई अन्य के घायल होने की खबर है।
 
इससे पहले गाओ के एक अस्पताल सूत्र ने कम से कम 40 लोगों के मारे जाने और 60 के घायल होने की बात कही थी। (भाषा) 
Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख