कार्बन डाइऑक्साइड के जमने का कारण बनती है मंगल पर सर्दी

Webdunia
सोमवार, 30 अक्टूबर 2017 (20:24 IST)
लंदन। एक अध्ययन के अनुसार, मंगल पर सर्दी कार्बन डाइऑक्साइड के जमने का कारण बनती है और इससे यह रेत के टीलों के आकार में नजर आती है।
 
अध्ययन में बड़ी मात्रा में तरल पानी के अभाव में लाल ग्रह पर बनने वाली इस तरह की चीजों की विशेषताओं को बताया गया है। शोधकर्ताओं ने कार्बन डाई ऑक्साइड (सीओ2) के ठोस से गैस में बदलने की उत्सादन या उर्ध्वपातन की प्रक्रिया पर प्रयोगशालाओं में प्रयोग किए। 
 
अध्ययन के अनुसार, मंगल पर रेत के टीलों में बदलने के लिए भी यही प्रक्रिया जिम्मेदार है। ब्रिटेन में ट्रिनिटी कॉलेज, डबलिन की लॉरेन मैक इओन ने कहा, हम सभी ने मंगल पर पानी के प्रमाण के बारे में रोचक खबरों को सुना है। 
 
उन्होंने कहा, हालांकि मंगल पर मौजूदा जलवायु प्राय: उसकी तरल अवस्था में पानी से मेल नहीं खाती है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अन्य वाष्पशील पदार्थों की भूमिका को भी समझें, जिससे आज मंगल में परिवर्तन करने की संभावना है।
 
उन्होंने कहा, मंगल ग्रह पर वातावरण 95 प्रतिशत से अधिक सीओ2 से बना होता है, फिर भी हम इस बारे में अब तक कम जानते हैं कि इस ग्रह की सतह किस प्रकार की है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Sindoor पर घमासान, भारतीय राजनीति में मीर जाफर और जयचंद की इंट्री

क्या है ऑपरेशन 'मीर जाफर', जिसमें हो रही है देश के गद्दारों की गिरफ्तारी, अब तक 13 गिरफ्त में

आसिम मुनीर को बनाया फील्ड मार्शल, पाकिस्तानी सरकार ने दिया कट्‍टरपंथी जनरल को इनाम

Airtel और Google की partnership से ग्राहकों को फायदा, Free मिलेगी यह सुविधा

क्या है कोरोना का JN.1 वेरिएंट, भारत में कितने मामले, वायरस से देश में कितना खतरा, सरकार कितनी तैयार, किन बातों का आपको रखना होगा ध्यान

सभी देखें

नवीनतम

23 की उम्र में 25 शादियां, इस तरह पुलिस के शिकंजे में फंसी लुटेरी दुल्हन

सीएम धामी बोले, उत्तराखंड में विद्या समीक्षा केंद्र से निजी विद्यालयों को भी जोड़ा जाएगा

पर्यावरणीय नैतिकता और आपदा पर आधारित लघु कथा : अंतिम बीज

कोरोना के नए वेरिएंट से भारत में कितना खतरा?

प्रोफेसर अली खान को मिली सुप्रीम कोर्ट से जमानत, ऑपरेशन सिंदूर पर की थी आपत्तिजनक पोस्ट

अगला लेख