बीजिंग। चीन ने कोविड प्रतिबंधों के कारण फंसे सैकड़ों भारतीय छात्रों के लिए 2 साल से अधिक समय बाद सोमवार को वीजा जारी करने की योजना की घोषणा की। चीन ने भारतीयों के लिए व्यापार वीजा सहित विभिन्न श्रेणियों के लिए भी वीजा जारी किए जाने की योजना की घोषणा की गई। कोविड वीजा प्रतिबंधों के कारण 23,000 से अधिक भारतीय छात्र घर वापस गए थे।
चीनी विदेश मंत्रालय में एशियाई मामलों के विभाग में काउंसलर जी रोंग ने ट्वीट किया कि भारतीय छात्रों को हार्दिक बधाई! आपका धैर्य सार्थक साबित हुआ। मैं वास्तव में, आपके उत्साह और खुशी को साझा कर सकती हूं। #चीन में आपका स्वागत है!
उनके ट्वीट ने नई दिल्ली में चीनी दूतावास द्वारा छात्रों, व्यापारियों और चीन में काम करने वालों के परिवारों के लिए वीजा शुरू करने की विस्तृत घोषणा का हवाला दिया। घोषणा के अनुसार, एक्स1-वीजा, उन छात्रों को जारी किया जाएगा जो उच्च शैक्षणिक शिक्षा के लिए लंबी अवधि की खातिर चीन जाना चाहते हैं। इनमें नए छात्रों के अलावा वे छात्र भी शामिल हैं जो अपनी पढ़ाई आगे जारी रखने के लिए चीन लौटना चाहते हैं।
23000 छात्र वापस आए थे : कोविड वीजा प्रतिबंधों के कारण 23,000 से अधिक भारतीय छात्र घर वापस गए थे। उनमें से ज्यादातर मेडिकल के छात्र हैं। चीन ने अपनी पढ़ाई के लिए तुरंत लौटने के इच्छुक लोगों के नाम मांगे थे और उसके बाद भारत ने कई सौ छात्रों की सूची सौंपी थी।
श्रीलंका, पाकिस्तान, रूस और कई अन्य देशों के कुछ छात्र हाल के हफ्तों में चार्टर्ड उड़ानों से पहले ही चीन पहुंच चुके हैं।
दिल्ली में चीनी दूतावास की वेबसाइट पर प्रकाशित घोषणा में कहा गया है कि नए छात्रों के साथ ही उन पुराने छात्रों को छात्र वीजा जारी किए जाएंगे जो कोविड वीजा प्रतिबंध के कारण चीन की यात्रा नहीं कर सके थे।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 1,000 से अधिक पुराने भारतीय छात्रों ने अपनी पढ़ाई जारी रखने की इच्छा व्यक्त की है।