चीन की सुपर मैग्लैव ट्रैन चलेगी 1000 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से, एयरोप्लेन से भी तेज रफ्तार... (वीडियो)

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दुनिया के कई देशों में स्पीड को लेकर एक होड़ मची हुई है। चीन अपनी प्रभावशाली रेलवे प्रणाली और अविश्वसनीय रूप से तेज़ गाड़ियों के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। इसी को लेकर चीन ने एक और धमाका करने वाला है। चीन सुपर मैग्लेव प्रोटोटाइप बना रहा है। इस सुपर मैग्लेव की गति एयरोप्लेन से भी तेज होगी। चीन की रिसर्च टीम ने 2019 में इसके निर्माण का लक्ष्य रखा है।
 
इसका निर्माण करने वालों का दावा है कि सुपर मैग्लेव ट्रेन की 1000 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी। यह ट्रेन मैग्निटक लेविटेशन रेलवे सिस्टम पर आधारित ट्रेन है, जो ट्रैक और ट्रेन के बीच चुंबकीय विकर्षण के सिद्धांत पर काम करती है। चीन की यह ट्रेन इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना होगी।
 
इससे पहले जापान एससी मैग्लेव ट्रेन का निर्माण कर चुका है। यह ट्रेन 600 किमी प्रति घंटा की रप्तार से यह ट्रेन वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुकी है। वर्ष 2015 में इस ट्रेन ने 603 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अपना ही 12 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा था। एल जीरो सीरीज की इस ट्रेन में टेस्ट के दौरान 49 कर्मचारियों को बैठाया गया था। ट्रेन इस रफ्तार से 11 सेकंड में 1.8 किमी तक चलाई गई थी।
 
दुनियाभर में मैग्लेव ट्रेन की तकनीक चुनिंदा देशों के पास ही है। जर्मनी, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और यूएसए ये देश हैं। मैग्लेव तकनीक से ट्रेन चलाने का सपना जर्मनी, यूके और यूएसए जैसे कई देशों ने देखा, लेकिन तकनीकी कुशलता के बावजूद इसकी लागत और बिजली की खपत को देखते हुए ये सफल नहीं रही।

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