बेडमिंस्टर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया पर कड़ी कार्रवाई करने की उनकी चेतावनी शायद पर्याप्त रूप से कड़ी नहीं रही।
उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि चीन प्योंगयांग के परमाणु हथियार कार्यक्रम को खत्म करने के लिए उस पर दबाव बनाने के लिए बहुत कुछ कर सकता है। अंजाम भुगतने की चेतावनी को उत्तर कोरिया द्वारा बकवास बताने पर ट्रंप ने कहा कि शायद यह पर्याप्त रूप से कड़ी चेतावनी नहीं रही।
ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो वह ऐसी परेशानी में होगा जैसी बहुत कम ही राष्ट्रों ने देखी है। उत्तर कोरिया के जुलाई में अंतर महाद्वीपीय मिसाइलों के दो परीक्षणों के बाद से अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि चीन उत्तर कोरिया के मुद्दे पर बहुत कुछ कर सकता है।
यह पूछने पर कि क्या अमेरिका उत्तर कोरिया पर पहले परमाणु हमले कर सकता है तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा,"हम इस बारे में बात नहीं करते हैं, हमने कभी ये बात नहीं की है। मैं आपको बताता हूं, यदि उत्तर कोरिया हम पर, हमारे किसी मित्र देश पर, हमारा प्रतिनिधित्व करने वालों पर या किसी सहयोगी पर हमला करने के बारे में सोचता भी है तो उसे बहुत-बहुत घबराना चाहिए क्योंकि उसका वो अंजाम होगा जो उन्होंने कभी सोचा भी नहीं होगा।
ट्रंप ने कहा अगर उत्तर कोरिया अपनी हरकतों से बाज आ जाए नहीं तो वह ऐसी परेशानी में होगा जैसी बहुत कम ही देशों ने अब तक झेली है। उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की वजह से संयुक्त राष्ट्र ने भी उस पर नए आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर कोरिया को लेकर उनके बयान बहुत ज़्यादा सख़्त नहीं हैं।