ट्रंप के डर से अमेरिकी भारतीय 20 फरवरी से पहले बच्चा पैदा करना चाहते हैं, डॉक्टरों के यहां लगी भीड़

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की नई नीति के तहत जन्मसिद्ध नागरिकता खत्म होने से भारतीय माता-पिता चिंतित हैं। जानें, 20 फरवरी की अंतिम तिथि से पहले बच्चों के जन्म को लेकर हो रही जल्दबाजी के कारण।

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 24 जनवरी 2025 (14:01 IST)
US citizenship : अमेरिका में भारतीय मूल के माता-पिता के बीच 20 फरवरी से पहले बच्चों के जन्म को लेकर तनाव का माहौल है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक नए कार्यकारी आदेश के तहत अमेरिका में जन्म लेने वाले बच्चों को स्वतः नागरिकता (जन्मसिद्ध नागरिकता) मिलने का अधिकार खत्म किया जा रहा है। यह आदेश उनकी सख्त आप्रवासन विरोधी नीतियों का हिस्सा है। ALSO READ: राष्‍ट्रपति ट्रंप को बड़ा झटका, जन्म से नागरिकता खत्म करने संबंधी आदेश पर रोक
 
जन्मसिद्ध नागरिकता क्या है?  
जन्मसिद्ध नागरिकता एक कानूनी सिद्धांत है जिसके अनुसार, किसी भी बच्चे को उसके जन्म के देश के आधार पर नागरिकता मिलती है। इसके तहत, अमेरिका में जन्म लेने वाला हर बच्चा अमेरिकी नागरिक बन जाता है, चाहे उसके माता-पिता की राष्ट्रीयता या वीज़ा स्थिति कुछ भी हो।  
 
20 फरवरी क्यों है महत्वपूर्ण? 
यह कार्यकारी आदेश 20 फरवरी से लागू हो जाएगा। इसका मतलब यह है कि इसके बाद अमेरिका में गैर-स्थायी निवासियों से पैदा होने वाले बच्चों को स्वतः नागरिकता का अधिकार नहीं मिलेगा। यही कारण है कि भारतीय मूल के कई माता-पिता अपने बच्चों को 20 फरवरी से पहले जन्म दिलाने के लिए सी-सेक्शन जैसी प्रक्रियाओं का सहारा ले रहे हैं।  
 
क्या कहते हैं विशेषज्ञ और डॉक्टर?
न्यू जर्सी के एक मातृत्व क्लिनिक में काम करने वाली डॉ. एस.डी. रमा ने बताया कि उनके पास समय से पहले डिलीवरी के लिए बड़ी संख्या में अनुरोध आ रहे हैं। एक मामला ऐसा भी आया जिसमें सात महीने की गर्भवती महिला ने जल्द डिलीवरी के लिए संपर्क किया, जबकि उसकी डिलीवरी मार्च में होनी थी। डॉक्टरों का कहना है कि सी-सेक्शन जैसी प्रक्रियाएं केवल विशेष परिस्थितियों में ही की जाती हैं। लेकिन नागरिकता की चिंता के चलते कई माता-पिता जल्दबाजी में यह कदम उठा रहे हैं।  
 
दरअसल भारत से अमेरिका जाकर बसने वाले लोग अक्सर ग्रीन कार्ड और स्थायी नागरिकता के लिए वर्षों इंतजार करते हैं। ऐसे में, जन्मसिद्ध नागरिकता उनके लिए एक सुरक्षा कवच थी। एक 28 वर्षीय भारतीय कर्मी ने बताया कि हमने यहां आने के लिए बहुत त्याग किया। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि हमारे लिए दरवाजे बंद हो रहे हैं।  
 
कई भारतीय माता-पिता का मानना है कि अगर उनके बच्चे 20 फरवरी के बाद जन्म लेते हैं, तो उन्हें अमेरिकी नागरिकता का अधिकार नहीं मिलेगा। यही कारण है कि सी-सेक्शन जैसी जल्दबाजी वाली प्रक्रियाओं में वृद्धि हो रही है।  
 
क्या है इसके दीर्घकालिक प्रभाव? 
1. स्वास्थ्य पर प्रभाव: समय से पहले डिलीवरी बच्चों और मां दोनों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।  
2. आप्रवासन पर असर: जन्मसिद्ध नागरिकता का खत्म होना अमेरिका में भारतीय समुदाय के भविष्य को अस्थिर बना सकता है। 3. परिवारों में असुरक्षा: यह नीति परिवारों में अनिश्चितता और चिंता का माहौल पैदा कर रही है।  
 
डोनाल्ड ट्रंप की इस नीति ने भारतीय मूल के माता-पिता को असमंजस में डाल दिया है। 20 फरवरी की अंतिम तिथि के चलते कई माता-पिता जल्दबाजी में निर्णय ले रहे हैं। यह नीति न केवल भारतीय समुदाय पर बल्कि स्वास्थ्य और नैतिकता के मुद्दों पर भी प्रभाव डाल रही है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की कोशिश, CM योगी ने उपद्रवियों को दी चेतावनी

समुद्र में आग का गोला बना जहाज, 300 से ज्यादा यात्री थे सवार, रोंगटे खड़े कर देगा VIDEO

महंगा पड़ा कोल्डप्ले कॉन्सर्ट में HR मैनेजर को गले लगाना, एस्ट्रोनॉमर के CEO का इस्तीफा

संसद के मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, बिहार में SIR पर विपक्ष ने उठाए सवाल

24 कंपनियों ने जुटाए 45,000 करोड़, IPO बाजार के लिए कैसे रहे 2025 के पहले 6 माह?

सभी देखें

नवीनतम

Jagdeep Dhankhar : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दिया, स्वास्थ्य को वजह बताया

वीरों की वाणी : क्यूएमटीआई पुणे में हिंदी कवि सम्मेलन

New Income Tax Bill : क्‍या TDS रिफंड दावों और ट्रस्ट के Taxation में होगा बदलाव, संसदीय समिति ने दिया यह सुझाव

Sawan 2025 : 75 कैन में 75 लीटर गंगाजल, अनोखे शिवभक्त की अनोखी कांवड़ यात्रा क्यों चर्चाओं में, PM मोदी से क्या कनेक्शन

Meta और Google को ED ने भेजा समन, नहीं पेश हुए अधिकारी, जानिए क्‍या है मामला

अगला लेख