वाशिंगटन। अमेरिका ने मंगलवार को एक नए यात्रा परामर्श में अपने नागरिकों से भारत की यात्रा करते समय अधिक सतर्क रहने का आग्रह किया। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अमेरिकियों को जम्मू-कश्मीर तथा भारत-पाकिस्तान सीमा के 10 किलोमीटर के दायरे में नहीं जाने की सलाह भी दी है।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने एक नए यात्रा परामर्श में कहा कि अपराध और आतंकवाद के कारण भारत को लेकर सतर्कता बढ़ाई गई है। मंत्रालय ने कहा कि भारत की यात्रा के जोखिम स्तर को कम करते हुए स्तर-3 से स्तर-2 किया जा रहा है।
अमेरिका द्वारा आखिरी यात्रा परामर्श 25 जनवरी को जारी किया गया था। रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने एक दिन पहले ही भारत में कोविड-19 के कम होते मामलों के मद्देनजर उसके लिए स्तर-1 का ट्रेवल हेल्थ नोटिस जारी किया था। दोनों परामर्श इस बात की ओर इशारा करते हैं कि अमेरिका को लगता है कि भारत में हालात अब सामान्य हो रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर और भारत तथा पाकिस्तान सीमा पर उसका नजरिया हालांकि अब भी वही है, जहां वह अपने नागरिकों को यात्रा नहीं करने की ही सलाह दे रहा है। परामर्श में कहा गया कि केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले और हिंसक नागरिक प्रदर्शन की आशंका है। इस केन्द्र शासित प्रदेश (पूर्वी लद्दाख क्षेत्र और उसकी राजधानी लेह को छोड़कर) की यात्रा करने से बचें।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि छुटपुट हिंसा, खासकर भारत-पाकिस्तान की नियंत्रण रेखा (एलओसी) और कश्मीर घाटी के पर्यटन स्थलों - श्रीनगर, गुलमर्ग और पहलगाम में होती हैं। भारत सरकार भी विदेशी पर्यटकों को नियंत्रण रेखा के पास कुछ क्षेत्रों में जाने से रोकती है।
मंत्रालय ने कहा कि भारत और पाकिस्तान सीमा के दोनों ओर बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती है। वे लोग जो भारत या पाकिस्तान के नागरिक नहीं हैं, केवल सीमा के पास भारत में अटारी और पाकिस्तान में वाघा जा सकते हैं। मंत्रालय ने कहा कि सीमा आमतौर पर खुली रहती है, लेकिन यात्रा से पहले मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी हासिल करें।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में प्रवेश के लिए पाकिस्तानी वीज़ा की आवश्यकता है। भारत में मौजूद अमेरिकी नागरिक, भारत में ही पाकिस्तानी वीज़ा का आवेदन दें। अन्यथा भारत की यात्रा करने से पहले जहां भी हैं, उस देश में पाकिस्तानी वीज़ा के लिए आवेदन दें।