पेरिस। फ्रांस की सरकार ने लोगों को एक नया कानून दिया है जिसे‘गलती करने का अधिकार’राइट टू मेक मिस्टेक नाम के जाना गया है। इस कानून को फ्रांसीसी सरकार विश्वसनीय समाज की आधारशिला मानती है।
यह कहना गलत न होगा कि फ्रांस सरकार मानती है कि गलती मनुष्य से ही होती है। इसी को ध्यान में रखकर फ्रांस में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की सरकार ने नया कानून बनाया है जो लोगों को गलती करने का अधिकार देता है। हालांकि शर्त यह है कि गलती अच्छी नीयत से की गई हो।
मैक्रों ने अपने चुनावी अभियान में इस कानून को लाने की बात कही थी। लिहाजा बीते दिनों फ्रांस की नेशनल असेंबली में सांसदों ने पूर्व कानून में संशोधन किया। नए कानून के तहत अगर नागरिक सरकारी कामकाज करवाने के दौरान कोई गलती कर देते हैं, तो उनकी पहली गलती माफ की जाएगी।
प्रशासन अगर चाहे तो जांच कर सकता है कि गलती के पीछे नीयत अच्छी है या बुरी। स्वास्थ्य, पर्यावरण, सुरक्षा जैसे कुछ मामले इसके दायरे में नहीं आएंगे।