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फ्रांस का एक डॉक्टर, जिसने सैकड़ों बीमार बच्चों को बनाया हवस का शिकार

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राम यादव

, मंगलवार, 25 फ़रवरी 2025 (20:34 IST)
फ्रांस के इतिहास में किसी डॉक्टर द्वारा बीमार बच्चों के साथ यौन दुराचार का संभवतः सबसे बड़ा मुकदमा शुरू हुआ है। दुराचारी डॉक्टर 74 वर्षीय एक शल्य चिकित्सक (सर्जन) है। वह लगभग तीन दशकों से अधिकतर ऐसे बच्चों को अपनी अंधी कामुकता का शिकार बनाया करता था, जिन्हें किसी ऑपरेशन के लिए बेहोश किया गया था। यही नहीं, अपने कुकृत्यों का वह बाक़ायदा विस्तृत रिकॉर्ड भी रखता था। किसी डायरी जैसे यही रिकॉर्ड अब उसके कुकर्मों के प्रमाण सिद्ध हो रहे हैं।
 
मुकदमे के अभियोग-पत्र में लगभग 300 पीड़ित बच्चों की सूची है। उनकी औसत आयु 11 वर्ष थी। मुकदमे की 24 फ़रवरी को पश्चिमी फ्रांस के ''वान्न (Vannes)'' नाम के शहर में अदालती सुनवाई एक भुक्तभोगी युवक द्वारा माइक्रोफोन पर कहे इन शब्दों के साथ शुरू हुईः "ऑपरेशन के बाद मैं जब बेहोशी से जागने के रिकवरी रूम में, था तब मुझे अपने साथ हुई कुछ बातें याद आईं; मैं घबराहट में अपने पिता को बुलाने लगा।" अभियोगपत्र के अनुसार, अब एक वयस्क हो गए इस भुक्तभोगी के साथ यौनदुराचार 1995 में हुआ था। तब वह एक अल्पायुबच्चा था और डॉक्टर का मरीज था।
 
बीमार बच्चों के साथ दुराचार : इस सर्जन डॉक्टर पर यही आरोप है कि वह दशकों से, पश्चिमी फ्रांस में बाल रोगियों के साथ ठीक तब दुष्कर्म किया करता था, जब वे बेहोशी में हुआ करते थे। वह अपनी गतिविधियों को बड़ी बारीकी से एक डायरी में नोट भी किया करता था। कम उम्र के कम से कम 299 बेहोश बीमार लड़के-लड़कियों के बलात्कार और यौन शोषण का वह दोषी है। 1989 से 2014 के बीच उसने 158 बीमार लड़कों और 141 लड़कियों का यौन शोषण किया है। लोक अभियोजक के कार्यालय ने 15 अन्य मामलों को बहुत देर हो जाने के कारण समय-वर्जित माना। आरोपित ने अपने कई अपराधों को स्वीकार किया है। सरकारी अभियोजक ने बताया कि "मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक, सभी पहलुओं को देखने-परखने के बाद यही मानते हैं कि यह डॉक्टर एक विशेष असामान्य व्यक्तित्व है। 
 
"मैं उसे देखने से डरती हूं, भले ही मैं (मुकदमा शुरू होने के) इस दिन के लिए बहुत इंतजार कर रही थी," अब 42 वर्ष की हो गई संयुक्त वादी और भुक्तभोगी, अमेली लेवेक ने कहा। अभियोजन पक्ष के अनुसार, इस डॉक्टर ने अमेली लेवेक का जब यौन शोषण किया था, तब वह 9 साल की थी। उस समय अपेन्डिक्स-शोथ के कारण अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। अन्य पीड़ितों की तरह इस महिला को भी वयस्क हो जाने के बाद ही पता चला कि उसके साथ कैसा दुराचार हुआ था।
 
बच्चे बेहोशी में होते थे : सरकारी अभियोजक कार्यालय के अनुसार अपने साथ दुराचार के समय कई बच्चे बेहोशी में थे, धीरे-धीरे जाग रहे होते थे, बेहोश हो रहे थे या सो रहे थे। इसलिए उन्हें अपने साथ हुआ यौन दुराचार मालूम नहीं रहता था। इसी कारण बाद में वे अपने माता-पिता से कोई शिकायत भी नहीं करते थे। डॉक्टर ने दशकों तक चले अपने दुर्व्यवहार को खुद ही अपनी डायरी में विस्तार से दर्ज कर रखा था। जांचकर्ताओं ने एक तलाशी के दौरान डायरी जब्त कर ली। साथ ही उन्हें अत्यंत अश्लील 'बाल पोर्नोग्राफी' की लगभग 3 लाख तस्वीरें और कई गुड़ियां भी मिलीं। डायरी में गुड़ियों और पशुओं के साथ भी इस डॉक्टर ने अपने कुकृत्यों का वर्णन किया है। 
 
वान्न शहर के सार्वजनिक अभियोजक के कार्यालय के अनुसार 111 मामलों में, इस डॉक्टर पर गंभीर बलात्कार का आरोप लगाया गया है। विशेषज्ञों ने पीड़ितों में मनोवैज्ञानिक तनाव के कारण 'पोस्ट-ट्रॉमैटिक सिंड्रोम, अवरोध और शारीरिक शिकायतें पाई हैं।' यह अवस्था एक ऐसा मानसिक स्वास्थ्य विकार है, जो किसी चौंकाने वाली या बहुत पीड़ादायक घटना से पैदा होता है। पीड़ित व्यक्ति काफी समय बाद भी या तो अपने साथ हुई घटना को किसी तस्वीर या फिल्म के रूप में पुनः देखता है या बार-बार अपनी पीड़ा अनुभव करता है। ऐसा व्यक्ति काफी समय बाद भी अक्सर डर और चिंता महसूस किया करता है।
  
एक पड़ोसी की शिकायत से शुरू हुई जांच : बच्चों के साथ वाले कुछ मामलों में यह मानसिक विकार केवल तब उभरा जब जांचकर्ता पीड़ित बच्चों से मिले और और उन्हें बताया कि अपने बचपन में वे किस दुराचार के शिकार रहे हैं। आरोपी डॉक्टर को 2020 में चार मामलों के लिए 15 साल की जेल की सजा भी सुनाई गई थी। जांच 2017 में इस डॉक्टर के एक पड़ोसी की शिकायत के बाद शुरू हुई, जिसकी 6 साल की बेटी के साथ इस डॉक्टर ने दुष्कर्म किया था। 2005 में डॉक्टर के पास बाल पोर्नोग्राफी यानी बच्चों की अश्लील तस्वीरें मिलने के बाद उसे अस्पताल की नौकरी से कुछ समय तक के लिए निलंबित कर दिए जाने की सजा सुनाई गई थी, लेकिन उसे कोई अनुशासनात्मक परिणाम नहीं भुगतने पड़े थे। 
 
जांचकर्ताओं ने इस प्रश्न की भी जांच की कि इस सर्जन डॉक्टर के कई वर्षों के आपराधिक कार्यों को उस क्लिनिक में क्यों नहीं देखा गया, जहां वह काम करता था। फ्रांस के दैनिक 'ले मोंद' ने लिखा है कि इस संदर्भ में हुई जांच के समय दुष्कर्मी के लगभग 100 सहयोगियों में से किसी को भी संदेह नहीं हुआ था कि वह कोई ग़लत काम कर रहा है। केवल दो डॉक्टरों ने सर्जन को 'कुछ अजीब पाया' -- लेकिन अस्पताल के उच्चपदस्थ अधिकारियों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई। उसकी पूर्व पत्नी का भी दावा है कि उसे भी केवल तब अपने पूर्व पति के दुराचारों के बारे में पता चला, जब उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। 
 
20 साल जेल की सजा : ऐसा भी नहीं है कि इस सर्जन डॉक्टर को अपने कुकर्मों को लेकर कोई भयंकर ग्लानि या पश्चाताप हो रहा है। दैनिक 'ले मोंद' ने 2004 में उसकी एक डायरी में लिखी एक प्रविष्टि का हवाला दिया है, जिसमें अपने बारे में उसने लिखा है कि जब मैं अपनी सुबह की सिगरेट पी रहा था, तो मैंने इस तथ्य के बारे में सोचा कि मैं बहुत विकृत हूं।
 
फ्रांस में बच्चों के यौन शोषण का यह अब तक का शायद सबसे बड़ा घिनौना कांड है। सर्जन डॉक्टर पर लगे अपराधों पर मुकदमे की सुनवाइयों के समय लगने वाली भारी भीड़ का सामना करने के लिए अदालत के पास ही विशेष इमारतें तैयार की गई हैं। इन इमारतों में लगभग 300 पीड़ितों और उनके वकीलों के लिए जगह होगी। 265 पत्रकारों ने भी सुनवाइयों के समय उपस्थित रहने के लिए अपने नाम दर्ज करवाए हैं। सुनवाइयां जून महीने तक चलने की संभावना है। सेवानिवृत्त डॉक्टर को अधिक से अधिक 20 साल तक की जेल की सज़ा मिल सकती है। सज़ा के अंत तक यदि वह जीवित रहा, तो 94 साल का होकर जेल से बाहर निकलेगा।
 
कुछ ही महीनों के भीतर दूसरा बड़ा मुकदमा : पश्चिमी फ्रांस में चलने वाला यह मुकदमा कुछ ही महीनों के भीतर फ्रांस में यौन दुराचार का एक दूसरा बहुत बड़ा मुकदमा है। पिछले क्रिसमस से कुछ ही समय पहले, अवियों नाम के शहर में चले एक मुदमे ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया था। वहां की अदालत ने, दोमिनिक पेलिको नाम के एक 72 वर्षीय पेंशनभोगी को, 72 वर्ष की ही अपनी पत्नी के साथ स्वयं बलात्कार करने और 50 अन्य लोगों द्वारा भी बलात्कार करवाए जाने का दोषी पाया था। उसे 20 साल जेल की सजा सुनाई गई।
 
पेलिको कई वर्षों से अपनी तत्कालीन पत्नी जीज़ेल को बार-बार मादक दवाएं देकर बेहोश कर दिया करता था ताकि उसके साथ वह खुद और दर्जनों दूसरे लोग बलात्कार कर सकें। अदालत ने 50 सह-आरोपियों को तीन से 15 साल तक की जेल की सजा सुनाई। फ्रांसीसियों में कामुकता कुछ ज़्यादा ही चर्राती है। वहां के अदने लोगों से लेकर कई बिरले नेताओं तक के नाम इसी कारण बदनाम हो चुके हैं।

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