पंद्रहवीं सदी के हस्तलिखित नक्शों से कयामत का दावा

Webdunia
सोमवार, 16 मई 2016 (11:46 IST)
सान मैरिनो, कैलिफोर्निया। शोधकर्ताओं को पंद्रहवीं सदी में लैटिन में लिखे ऐसे हस्तलिखित नक्शे मिले हैं, जिनमें कयामत के दिन की भविष्यवाणी की गई है। इन नक्शों में दिखाया गया है कि कैसे इस्लाम सारी दुनिया में फैलकर ईसाई धर्म को रौंद कर रख देगा। इसमें दावा किया गया है कि इस्लाम सारी दुनिया में फैल जाएगा।

इन हस्तलिखित नक्शों में इस्लाम के वैश्विक प्रसार की भविष्यवाणी की गई है। इन नक्शों से इस बात की जानकारी नहीं मिलती है कि इन्हें किसने लिखा है लेकिन ऐसा अंदाजा लगाया गया है कि किसी बापतिस्ता नाम के ज्योतिषीय चिकित्सक ने इन्हें लिखा है और उसने पांच सौ वर्षों से भी अधिक समय पहले इस्लामिक स्टेट या आईएसआईएस के पैदा होने की जानकारी दी थी। ऐसा माना जाता है कि इन नक्शों को जर्मनी के लूबक प्रांत में वर्ष 1486 से 1488 के बीच लिखा गया है।
 
वर्तमान में ये नक्शे सान मैरिनो, कैलिफोर्निया के हंगटिस्टन पुस्तकालय में रखे हुए हैं। इन्हें देखने वालों का कहना है कि इन हस्तलिखित नक्शों में भविष्यवाणी की शुरुआत एक नक्शे से की गई है  और इसमें बताया गया है कि वर्ष 639 से लेकर 1514 की अवधि में दुनिया कैसी होगी। इन नक्शों के लेखक ने दावा किया है कि इस्लाम दुनिया भर में फैल जाएगा और यह ईसाई धर्म के लिए सबसे बड़ा खतरा सिद्ध होगा। हालांकि भविष्यवक्ता ने यह तब लिखा है जबकि इस्लाम अपने चरमोत्कर्ष पर था और लगभग आधी आबादी पर कब्जा कर चुका था। यह भविष्यवाणी 1514 तक की ही दुनिया को प्रदर्शित करती है। इसके बाद ब्रिटिश, पुर्तगाली, इटली, फ्रांस आदि योरपीय शासकों ने दुनिया पर राज किया है।
 
प्रसिद्ध लेखक वैन डोजर ने इन नक्शों को 'इस्लाम विरोधी' करार दिया है और कहा कि जब ये नक्शे बनाए तब नक्शों में बताए गए क्षेत्रों में इस्लाम को लेकर बहुत पूर्वाग्रह था।
 
एक हस्तलिपि में लिखा गया है कि 'इस्लाम की तलवार' सबसे पहले यूरोप को अपने कब्जे में लेगी और फिर यहां से यह सारी दुनिया में अपना रास्ता बनाएगी। इस नक्शे में बीच के स्थान पर धरती के स्थान पर एक गोलाकार घेरा बना हुआ है। इस नक्शे में पांच तलवारों को दर्शाया गया है। इन पांच में से एक तलवार पर लिखा है कि 'यह सही करती है।' दूसरी तलवार पर लिखा है कि 'यह सुधारती है।' तीसरी तलवार पर लिखा गया है कि 'यह कुचलती है।' चौथी तलवार के लिए लिखा गया है कि यह घूमती है। पांचवीं पर कुछ नहीं लिखा। इन आकृतियों के आसपास यह भविष्यवाणी की गई है कि 1515 से 1570 के बीच दुनियाभर में क्या घटेगा। 
 
आश्चर्यजनक रूप से पांचवीं तलवार के बारे में कुछ भी नहीं लिखा है। इन चित्रों के आसपास यह भी भविष्यवाणी की गई है कि वर्ष 1515 से 1570 तक दुनिया में क्या होने वाला है। इन नक्शों में इस्लाम के प्रसार के अलावा एक अलग नक्शे में ईसा मसीह के विरोधी के उदय को भी दर्शाया गया है। इस्वीरों के जरिए बताया गया है कि ईसा मसीह के विरोधी के बड़े-बड़े सींग दुनिया भर में फैल गए हैं। इसमें यह भी दर्शाया गया है कि वह धोखे, चालाकी, क्रूरता का सहारा लेगा और खुद को भगवान बताकर लोगों को डराएगा कि वे उसे ईश्वर स्वीकार करें।
 
इसके बाद एक अन्य नक्शे में उस दौर को भी दिखाया गया है जब फिर से दुनिया में ईसा का झंडा लहराएगा। इन नक्शों में धरती और नर्क के फैलाव की भी गणना की गई है और इसमें कहा गया है कि नर्क का फैलाव 6100 मील से लेकर 8000 मील तक होगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी जर्मन भाषा में महाप्रलय या कयामत को लेकर कई पुस्तकें लिखी गई हैं।  
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